धमतरी: धमतरी में डुबान संघर्ष समिति ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. शहर के गांधी मैदान में आयोजित इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में युवा और बुर्जुंग शामिल हुए. दरअसल ये समिति उन प्रभावितों की है. जिनकी जमीन गंगरेल बांध निर्माण में डूब गई थी. समिति की मांग है कि जल संसाधन विभाग के रिक्त पदों पर डूबे प्रभावित परिवारों के पढ़े-लिखे बेरोजगारों को उनकी योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाए. धरने के बाद एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया है. डूबे प्रभावितोंं ने मांगे पूरी नहीं होने पर सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
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डूबान संघर्ष समिति की मांग: डूबान संघर्ष समिति और युवा बेरोजगार संघ (धमतरी) द्वारा जल संसाधन मण्डल के अधीन दो संभाग संचालित है. जिनके अधीन धमतरी और कांकेर जिले में पांच बड़े-बड़े बांध, महानदी, मुख्य नहर, महानदी, प्रदायक नहर, उनके उप नहर और लघु नहरों के कार्य संचालित है. इन निम्न बांधों पर पिछले कई वर्षों से कर्मचारियों की कमी और रखरखाव की कमी होती जा रही है. स्थानीय बेरोजगारों की सीधी भर्ती की जाए.
आन्दोलनकारियों ने बताया कि 'डूबान संघर्ष समिति विगत 3 वर्षों से रिक्त पदों की नियुक्ति की मांग पत्र देते आ रहे हैं. जिसका संघ को अभी तक शासन-प्रशासन से कोई जवाब नहीं मिला है. इस कारण मजबूर होकर कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है. मांग पत्र पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर संघ को 10 दिनों में अवगत कराने की बात कही है.' बहरहाल, डुबान संघर्ष समिति ने शासन से कोई जवाब नहीं मिलने पर अनिश्चित कालीन हड़ताल करने की बात कह रहे हैं.