धमतरी : प्रदेश में किसान खरीफ की फसल की तैयारी में जुट गए हैं, जिसके लिए किसान खाद-बीज लेने सहकारी सोसाइटियों में पहुंच रहे हैं, लेकिन इस बार ऑनलाइन फॉर्म जमा करने पर ही खाद बीज देने के नए नियमों के चलते किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जिले में बहुत से किसानों के खसरा नंबर ऑनलाइन नहीं होने के वजह से अब किसानों को पटवारियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. ऐसे में किसान खाद बीज लेने से भी चूक सकते हैं, क्योंकि खाद-बीज लेने की तय सीमा निर्धारित होती है. धमतरी जिले में तकरीबन 82 हजार पंजीकृत किसान हैं. वहीं इस बार खाद बीज बांटने का लक्ष्य 25 हजार 100 मीट्रिक टन रखा गया है.
'पटवारियों के लगाने पड़ रहे चक्कर'
किसानों का कहना है कि, 'पहले एंट्री के दूसरे दिन ही खाद-बीज मिल जाया करता था, लेकिन इस बार थोड़ी दिक्कत हो रही है. ऑनलाइन खसरा नंबर नहीं दिखा रहा है, ऐसे में उन्हें पटवारियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं'.
'सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी'
इधर जिला प्रशासन का कहना है कि, 'सॉफ्टवेयर में कुछ तकनीकी खराबी है, जिसके कारण कुछ किसानों के खसरा नंबर में गलतियां दिखाई दे रही है इसे देखते हुए सोसाइटियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को भटकना न पड़े'.