धमतरी: जिले में तीन दिन से हो रही लगातार बारिश से वनांचल इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. वहीं गंगरेल बांध सहित जिले के अन्य बांधों में भारी जलभराव की स्थिति है. इन बांधों के कैचमेंट एरिया में लगातार पानी की आवक बनी हुई है.पानी की आवक ऐसी ही बनी रही तो आने वाले दिनों में इन बांधों से पानी महानदी में छोड़ा जा सकता है.
बारिश से बांधों में लगातार पानी जमा हो रहा है. मॉडमसिल्ली के 32 साइफन बीते शाम से ही खुल गए है.इसके साथ ही सोंढूर के 5 और दुधावा के 3 गेट खोल दिए गए हैं.गंगरेल में हर घंटे 1 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ रहा है. प्रदेश के सबसे बड़े बांध गंगरेल में लगातार हो रही बारिश से करीब 28 टीएमसी से जल का भराव हुआ है. जबकि इस बांध की क्षमता 32 टीएमसी है. इस लिहाज से यहां करीब 85 प्रतिशत जलभराव हो गया है. अब गंगरेल बांध के फुल होने के लिए केवल 5 टीएमसी पानी की जरूरत है.
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कभी भी खोले जा सकते है बांध के गेट
जिले में इस साल रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है. जिसके चलते जिले के चारो बांध गंगरेल, दुधावा, माडमसिल्ली और सोंढूर मिलाकर करीब 90 प्रतिशत जल भराव हो चुका है. जिला प्रशासन का कहना है कि गंगरेल बांध के 90 से 95 प्रतिशत जल भराव की स्थिति में बांध के गेट खोल दिये जाएंगे.वहीं गेट खोलने की स्थिति में महानदी के निचले इलाकों में मुनादी करा कर लोगों को सर्तक किया जाएगा. साथ ही बाढ़ के हालातों से निपटने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है.