धमतरी: सोशल मीडिया पर माता अंगारमोती और उनके मंदिर के संबंध में किए गए पोस्ट को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है. भ्रामक जानकारी पोस्ट करने वाले जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ गोंड समाज विकास समिति ने रुद्री थाने में लिखित शिकायत की है. दरअसल जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर आदिवासियों की आराध्य देवी मां अंगारमोती मंदिर के बारे में भ्रामक जानकारी पोस्ट की थी. जिसके खिलाफ समाज में आक्रोश है. पुलिस ने शिकायत पर जांच शुरू कर दी है.
पोस्ट में क्या था विवादित
दरअसल जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव ने अपने एक पोस्ट में कहा है कि वनदेवी माता अंगारमोती अंगिरा ऋषि की पुत्री हैं. वहीं देवी का इतिहास मां विध्यवासिनी देवी के समकालीन है. इसके अलावा गंगरेल के डूब में आने के कारण मां अंगारमोती को यहां से हटाने की मजबूरी थी. कहा जाता है कि तब भोपालराव पवार को जो देवी भक्त थे, उन्हें मां ने स्वप्न में आकर उन्हें गंगरेल में महुआ पेड़ के नीचे प्रतिष्ठापित करने के लिए कहा. इसके बाद उन्होंने पुजारियों को सपने की बात बताकर वहां माता को प्रतिष्ठित कराया था.
रुद्री थाने पहुंचे गोंड समाज विकास समिति के प्रमुखों ने बताया कि मां अंगारमोती आदिवासियों की आराध्य देवी हैं. इसकी स्थापना से लेकर पूजा-पाठ वर्षों से आदिवासी समाज कर रहा है, लेकिन जिला पंचायत सदस्य गलत प्रचार कर रहे हैं, ऐसे में समाज इससे आक्रोशित है. गोंड समाज विकास समिति ने आरोपी जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. कार्रवाई नहीं होने पर समाज की ओर से आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है.
जिला पंचायत सदस्य ने दी सफाई
जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव ने भी मामले में अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर किया गया पोस्ट उनका नहीं है. किसी दूसरे का है, जिसे उन्होंने शेयर किया था. अगर इससे समाज की भावनाएं आहत हुई हैं, तो वह माफी मांगते हैं. देखना होगा कि मामले में पुलिस क्या कार्रवाई करती है.