ETV Bharat / state

धमतरी: सीएम भूपेश के लिए दुगली गांव है खास, 20 अगस्त को देंगे 150 करोड़ की सौगात

author img

By

Published : Aug 18, 2019, 5:12 PM IST

मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धमतरी जिले के दुगली गांव के दौरे पर होंंगे. इस दौरान वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देंगे साथ ही 150 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन करेंगे

सीएम की आगमन की तैयारियां

धमतरी: 20 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिले के दुगली गांव का दौरा करेंगे. इस दौरान वे लोगों की समस्या सुनेंगे और करीब 150 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे. इसके साथ ही पंचायत सम्मेलन में भी शामिल होंगे. बघेल के दौरे के लिए प्रशासन ने तैयारियां भी शुरू कर दी है.

दरअसल, 34 साल पहले 14 जुलाई 1985 को राजीव गांधी ने दुगली का दौरा किया था. इस दौरान उनकी पत्नी सोनिया गांधी, अविभाजित मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी उनके साथ मौजूद थे. राजीव गांधी ने खुली जीप में सवार होकर दुगली गांव का दौरा किया और नगरी मुख्यमार्ग में दुगली के तिराहे पर पहुंचे थे, जहां लोगों ने उनका स्वागत किया.

कुएं का किया लोकार्पण
राजीव गांधी ने दुगली के स्कूल का निरीक्षण कर बच्चों के साथ कुछ पल बिताया और उनसे सवाल जवाब भी किया था. उनके दुगली आने का सबसे बड़ा कारण था कि वे विशेष पिछड़ी जनजाति की संस्कृति, रहन-सहन को करीब से देखने की चाहते थी. वे दुगली गांव में पहुंचकर कमारों के निस्तारी के लिए एक कुएं का लोकार्पण भी किया था. इस कुंए के पानी से कमार परिवार निस्तारी किया करते थे.

पूर्व नेता को दुगली में देंगे श्रद्धांजलि
राजीव गांधी ने स्थानीय कमार सुकालू के यहां घर में बैठकर कडूकंद, मड़िया पेज, कुल्थी बीज की दाल और चरोटा भाजी का स्वाद चखा था. इसके बाद उन्होंने विशेष पिछड़ी जनजाति कमार को संरक्षित करने के उद्देश्य से इस ग्राम को गोद भी लिया था इसलिए वर्तमान प्रदेश सरकार अपने पूर्व नेता को दुगली में ही श्रद्धांजलि देना चाहती है.

धमतरी: 20 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिले के दुगली गांव का दौरा करेंगे. इस दौरान वे लोगों की समस्या सुनेंगे और करीब 150 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे. इसके साथ ही पंचायत सम्मेलन में भी शामिल होंगे. बघेल के दौरे के लिए प्रशासन ने तैयारियां भी शुरू कर दी है.

दरअसल, 34 साल पहले 14 जुलाई 1985 को राजीव गांधी ने दुगली का दौरा किया था. इस दौरान उनकी पत्नी सोनिया गांधी, अविभाजित मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी उनके साथ मौजूद थे. राजीव गांधी ने खुली जीप में सवार होकर दुगली गांव का दौरा किया और नगरी मुख्यमार्ग में दुगली के तिराहे पर पहुंचे थे, जहां लोगों ने उनका स्वागत किया.

कुएं का किया लोकार्पण
राजीव गांधी ने दुगली के स्कूल का निरीक्षण कर बच्चों के साथ कुछ पल बिताया और उनसे सवाल जवाब भी किया था. उनके दुगली आने का सबसे बड़ा कारण था कि वे विशेष पिछड़ी जनजाति की संस्कृति, रहन-सहन को करीब से देखने की चाहते थी. वे दुगली गांव में पहुंचकर कमारों के निस्तारी के लिए एक कुएं का लोकार्पण भी किया था. इस कुंए के पानी से कमार परिवार निस्तारी किया करते थे.

पूर्व नेता को दुगली में देंगे श्रद्धांजलि
राजीव गांधी ने स्थानीय कमार सुकालू के यहां घर में बैठकर कडूकंद, मड़िया पेज, कुल्थी बीज की दाल और चरोटा भाजी का स्वाद चखा था. इसके बाद उन्होंने विशेष पिछड़ी जनजाति कमार को संरक्षित करने के उद्देश्य से इस ग्राम को गोद भी लिया था इसलिए वर्तमान प्रदेश सरकार अपने पूर्व नेता को दुगली में ही श्रद्धांजलि देना चाहती है.

Intro:छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आगामी 20 अगस्त को धमतरी के दुगली गांव के दौरे पर रहेंगे. दुगली में करीब 150 करोड़ के विकास कार्यो को भूमिपूजन लोकार्पण सीएम के हाथो होगा.साथ ही एक पंचायत सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा.दरअसल मौका है पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि का.आपको बता दें कि राजीव गांधी ने 14 जुलाई 1985 को दुगली गांव का दौरा किया था उनके साथ सोनिया गांधी भी वहां पहुंची थी.उन्होंने यहां की कमार बस्ती को गोद लेने का ऐलान किया था.वर्तमान प्रदेश सरकार अपने पूर्व नेता को दुगली में श्रद्धांजलि देना चाहती है.इसके लिये जिला प्रशासन ने सभी तरह की तैयारियां शुरू कर दी है.Body:आज से ठीक 34 साल पहले देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी का आगमन दुगली में हुआ था.यहॉ पर उन्होंने लगभग ढाई घण्टे बिताये थे.यह महज इत्तेफाक था या कुछ और कि उन्होंने आदिवासी संस्कृति और जीवन शैली को करीब से परखने ग्राम पंचायत दुगली को चुना था.14 जुलाई 1985 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भारतीय सेना का विशेष विमान दुगली अपने पत्नी सोनिया गांधी और अविभाजित मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहुचे थे.राजीव गांधी खुली जीप में सवार होकर नगरी मुख्यमार्ग में दुगली के तिराहे पर पहुंचे थे जहां लोगो के जनसैलाब आत्मीयता के साथ उनका स्वागत किया.तत्कालीन पीएम राजीव गांधी दुगली के स्कूल का निरीक्षण कर बच्चों के साथ कुछ पल बिताया और उनसे सवाल जवाब भी किया था.इस दौरान राजीव गांध ने स्कूल के सभी बच्चो को चाकलेट गिफ्ट भी दिया.

राजीव गांधी का दुगली आने का सबसे बडा कारण था की वे विशेष पिछड़ी जनजाति की संस्कृति,रहन सहन को करीब से देखने की चाहत थी.राजीव गांधी ने दुगली गांव पहुच कर राजीव गांधी ने कमारो के निस्तारी के लिये एक कुए का लोकार्पण किया जिसमे के पानी से कमार परिवार निस्तारी किया करते थे.राजीव गांधी ने स्थानीय कमार सुकालू के यहा घर मे बैठकर कडूकंद, मड़िया पेज, कुल्थी बीज की दाल और चरोटा भाजी का स्वाद चखा था.जिसके बाद राजीव गांधी ने विशेष पिछड़ी जनजाति कमार को संरक्षित करने के उद्देश्य से इस ग्राम को गोद भी लिया था.
Conclusion:बहरहाल जिला प्रशासन मुख्यमंत्री आगमन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी.मुख्यमंत्री के हाथों करोड़ो रूपये के विकास कार्यो का भूमिपूजन और लोकार्पण की तैयारियां भी जोरों पर है.

बाईट_रजत बंसल,कलेक्टर धमतरी

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.