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यहां टूट रहा है लोगों का 25 साल का धैर्य, अधूरा न रह जाए 6 महीने का इंतजार

1994 में इस छोटी रेल लाइन को बड़ी रेल लाइन में बदलने के लिए सर्वे हुआ था लेकिन वर्षों बात सर्वे से आगे नहीं बढ़ी. विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जब भूमिपूजन यहां किया था तो उम्मीद बंधी थी कि अब काम तेजी से आगे बढ़ेगा लेकिन एसा हुआ नहीं.

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Published : May 28, 2019, 8:22 PM IST

धमतरी: रायपुर-धमतरी नैरो गेज लाइन को साल 1994 से ब्रॉडगेज में बदलने का इंतजार है. 1994 में इस छोटी रेल लाइन को बड़ी रेल लाइन में बदलने के लिए सर्वे हुआ था लेकिन वर्षों बात सर्वे से आगे नहीं बढ़ी. 6 महीने पहले उम्मीद की किरण जागी थी जब विधानसभा की आदर्श आचार संहिता लगने से पहले तत्कालीन रेलमंत्री पीयूष गोयल ने ब्रॉडगेज का शिलान्यास किया था लेकिन न तो अब काम शुरू हुआ और न ही कोई सुगबुगाहट नजर आ रही है.

ब्रॉडगेज लाइन का काम नहीं हुआ शुरू

छोटी रेल लाइन को करीब 544 करोड़ की लागत से ब्रॉडगेज में बदला जाना है. घोषणा के बाद रेलवे की जमीन से कब्जा हटाने की कवायद जरूर की गई लेकिन अब वो भी ठंडे बस्ते में चली गई. वहीं अतिक्रमण के कुछ मामलों की सुनवाई कोर्ट में चल रही है ऐसे में बड़ी रेल लाइन का सपना अधूरा ही दिख रहा है.

आंदोलन के साथ टूट रही उम्मीद
शहर के लोगों ने इसके लिए कई आंदोलन किए. हर बार रेल बजट से आस लगाए रखी लेकिन मायूसी के अलावा कुछ हाथ नहीं आया. केंद्र में सरकारें बदलती रहीं लेकिन किसी का ध्यान धमतरी रेलवे स्टेशन नहीं खींच सका. आंदोलन करते थक चुके शहरवासी हर साल रेल बजट के पहले ही उम्मीद के साथ आंदोलन करतें है कि धमतरी बड़ी रेललाइन का मामला बजट में शामिल हो जाए लेकिन ऐसा नहीं होता था.

विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जब भूमिपूजन यहां किया था तो उम्मीद बंधी थी कि अब काम तेजी से आगे बढ़ेगा. इस बीच रायपुर-धमतरी नैरोगेज रेल लाइन को ब्रॉडगेज में तब्दील करने के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू की गई. इसके लिए धमतरी सहित कुरूद तहसील में जमीन अधिग्रहण की घोषणा को लेकर अधिसूचना जारी हुई.

इस बीच रेलवे ने शहर में अतिक्रमण की घई जमीनों को कब्जा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया और बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण भी हटाया. इसी दरम्यान कई पीड़ितों ने कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर फिलहाल सुनवाई चल रही है. इधर भाजपा नेताओं का कहना है कि बहुत जल्द ही ब्रॉडगेज का काम शुरू कर दिया जाएगा. आचार संहिता के वजह से यह काम अटका पड़ा हुआ था.

कलेक्टर ने क्या कहा ये भी जान लीजिए.
उम्मीद है कि जल्द से जल्द धमतरी के लोगों को बड़ी रेल लाइन मिले, जिससे न सिर्फ सुविधाओं का विस्तार हो बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

धमतरी: रायपुर-धमतरी नैरो गेज लाइन को साल 1994 से ब्रॉडगेज में बदलने का इंतजार है. 1994 में इस छोटी रेल लाइन को बड़ी रेल लाइन में बदलने के लिए सर्वे हुआ था लेकिन वर्षों बात सर्वे से आगे नहीं बढ़ी. 6 महीने पहले उम्मीद की किरण जागी थी जब विधानसभा की आदर्श आचार संहिता लगने से पहले तत्कालीन रेलमंत्री पीयूष गोयल ने ब्रॉडगेज का शिलान्यास किया था लेकिन न तो अब काम शुरू हुआ और न ही कोई सुगबुगाहट नजर आ रही है.

ब्रॉडगेज लाइन का काम नहीं हुआ शुरू

छोटी रेल लाइन को करीब 544 करोड़ की लागत से ब्रॉडगेज में बदला जाना है. घोषणा के बाद रेलवे की जमीन से कब्जा हटाने की कवायद जरूर की गई लेकिन अब वो भी ठंडे बस्ते में चली गई. वहीं अतिक्रमण के कुछ मामलों की सुनवाई कोर्ट में चल रही है ऐसे में बड़ी रेल लाइन का सपना अधूरा ही दिख रहा है.

आंदोलन के साथ टूट रही उम्मीद
शहर के लोगों ने इसके लिए कई आंदोलन किए. हर बार रेल बजट से आस लगाए रखी लेकिन मायूसी के अलावा कुछ हाथ नहीं आया. केंद्र में सरकारें बदलती रहीं लेकिन किसी का ध्यान धमतरी रेलवे स्टेशन नहीं खींच सका. आंदोलन करते थक चुके शहरवासी हर साल रेल बजट के पहले ही उम्मीद के साथ आंदोलन करतें है कि धमतरी बड़ी रेललाइन का मामला बजट में शामिल हो जाए लेकिन ऐसा नहीं होता था.

विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जब भूमिपूजन यहां किया था तो उम्मीद बंधी थी कि अब काम तेजी से आगे बढ़ेगा. इस बीच रायपुर-धमतरी नैरोगेज रेल लाइन को ब्रॉडगेज में तब्दील करने के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू की गई. इसके लिए धमतरी सहित कुरूद तहसील में जमीन अधिग्रहण की घोषणा को लेकर अधिसूचना जारी हुई.

इस बीच रेलवे ने शहर में अतिक्रमण की घई जमीनों को कब्जा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया और बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण भी हटाया. इसी दरम्यान कई पीड़ितों ने कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर फिलहाल सुनवाई चल रही है. इधर भाजपा नेताओं का कहना है कि बहुत जल्द ही ब्रॉडगेज का काम शुरू कर दिया जाएगा. आचार संहिता के वजह से यह काम अटका पड़ा हुआ था.

कलेक्टर ने क्या कहा ये भी जान लीजिए.
उम्मीद है कि जल्द से जल्द धमतरी के लोगों को बड़ी रेल लाइन मिले, जिससे न सिर्फ सुविधाओं का विस्तार हो बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

Intro:धमतरी की बहुप्रतीक्षित छोटी रेल लाइन को ब्राडगेज में बदलने की मांग पर इन दिनों ग्रहण लगता नजर आ रहा है शिलान्यास के छः महीनो बाद भी काम न तो शुरू हो पाया है और न ही इसकी कुछ सुगबुगाहट नजर आ रही है.हालांकि घोषणा के बाद रेलवे की जमीन से कब्जा हटाने की कवायद जरूर की गई पर अब ठंडे बस्ते में चला गया है वही अतिक्रमण के कुछ मामलो में कोर्ट पर सुनवाई भी चल रही है जिसका कोई नतीजा नही निकल रहा है ऐसे में एक बार फिर बड़ी रेल लाइन का सपना अधूरा होते नजर आ रही है.Body:दरअसल 6 महीने पहले तत्कालीन केन्द्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने ब्राडगेज का शिलान्यास कर इतिहास के सुनहरे शब्दों में दर्ज कर दिया.छोटी रेल लाइन को करीब 544 करोड़ की लागत से ब्राडगेज में बदला जाना था और बड़ी तेजी के साथ यह परियोजना को पूरा कर लेने का भरोसा भी दिलाया गया.उम्मीद थी कि बड़ी लाइन का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.जिसके बाद से यहां के यात्रियों को सीधे मुंबई और दिल्ली तक आसानी से जा सकेगे.

बता दे कि साल 1994 में रायपुर-धमतरी नेरो गेज रेललाइन को बड़ी रेललाइन में बदलने के लिए सर्वे कराने का शिलान्यास हुआ था.तब से लेकर अब तक सालों में कई सर्वे हुआ लेकिन बात सर्वे से आगे नहीं बढ़ी.शहर के वाशिंदे सालों से लगातार आंदोलन करते रहे और हर साल रेल बजट उम्मीद के साथ देखने वाले जिलेवासियों को मायूस होना पड़ता था.इधर कांग्रेस और भाजपा की सरकारें केन्द्र में आती-जाती रही,लेकिन धमतरी की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया.आंदोलन करते थक चुके शहरवासी हर साल रेल बजट के पहले ही उम्मीद के साथ आंदोलन करते है कि धमतरी बड़ी रेललाइन का मामला बजट में शामिल हो जाए लेकिन ऐसा नहीं होता था.

बाईट.रंजीत छाबड़ा,स्थानीय नागरिक(पगड़ी में)

आखिरकार गेज परिवर्तन के दूसरे चरण के कार्य का भूमिपूजन बीते विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह की मौजूदगी में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने धमतरी में किया था.इसके बाद से ही उम्मीद बंधी थी कि अब यह कार्य तेजी से आगे बढ़ेगा.इस बीच रायपुर-धमतरी नैरोगेज रेल लाइन को ब्रॉडगेज में तब्दील करने के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू की गई.इसके लिए धमतरी सहित कुरूद तहसील में जमीन अधिग्रहण की घोषणा को लेकर अधिसूचना जारी हुई.इस बीच रेलवे ने शहर में अतिक्रमण किए जमीनों को कब्जा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया और बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण भी हटाया.इसी दरम्यान कई पीड़ितों ने कोर्ट में याचिका दायर किया था जिस पर फिलहाल सुनवाई चल रही है.इधर भाजपा नेताओं का कहना है कि बहुत जल्द ही ब्राडगेज का काम शुरू कर दिया जाएगा.आचार संहिता के वजह से यह काम अटका पड़ा हुआ था.

बाईट.जगदीश रोहरा,जिलाध्यक्ष भाजपा (कुर्सी में बैठे हुए)

बाईट.रजत बंसल,कलेक्टर धमतरी

बहरहाल धमतरी के वाशिंदे की बड़ी रेल का यह सपना कब पूरा होगा ये देखने वाली बात होगी लेकिन आज भी लोग इसी उम्मीद है कि बड़ी रेल लाइन बन जाने से यहां सुविधाओं का विस्तार होगा साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेगे.

Conclusion:
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