धमतरी: लंबे समय से धमतरी वनांचल इलाके के राष्ट्रीय गौरव ग्राम बेलरगांव को तहसील बनाने की मांग उठ रही थी. हाल ही में राज्य सरकार ने प्रदेश में 25 नए तहसील बनाने की घोषणा की, जिसमें बेलरगांव को शामिल ही नहीं किया गया. ऐसे में क्षेत्र के लोगों में जमकर नाराजगी देखी जा रही है. गुरुवार को यहां भाजपा ने धरना-प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बीजेपी ने सरकार पर लोगों की जन भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है.
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बेलरगांव इलाके को सबसे बड़े गांव के रूप में जाना जाता है. यहां कुल आबादी 5हजार से ज्यादा है. इसके अलावा आसपास के करीब 25 से 30 गांव के लोग भी अपनी तमाम जरूरतों के लिए इसी गांव पर निर्भर है. बेलरगांव को तहसील बनाने की मांग पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के शासन काल से की जा रही है. इसके लिए ग्रामीणों ने कागजी कार्रवाई सहित कई आंदोलन भी किए, लेकिन नतीजा सिफर रहा. सरकार से आश्वासन मिला, लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हुई.
राजधानी में प्रदर्शन की दी चेतावनी
प्रदेश की कांग्रेस सरकार से इलाके के लोगों को बड़ी उम्मीदें थी कि बेलरगांव को तहसील का दर्जा मिल जाएगा, लेकिन इस बार भी उन्हें मायूसी हाथ लगी. ऐसे में बीजेपी ने इसे अपना मुद्दा बना लिया है. बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि बेलरगांव को ब्लॉक नहीं बनाया गया तो राजधानी में भी प्रदर्शन करेंगे.
भखारा को बनाया गया तहसील
धमतरी जिले के भखारा,कुकरेल भी तहसील बनने की सूची में हैं, सरकार ने सिर्फ भखारा को ही तहसील बनाए जाने की घोषणा की है. ऐसे अब तहसील नहीं बनाये जाने पर जनआक्रोश के साथ लोगों में मायूसी देखी जा रही है.