धमतरी: एक ओर शिक्षा विभाग गुणवत्ता में सुधार को लेकर तरह-तरह के दावे कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर जिले के बरोली गांव में लाखों रुपये की लागत से निर्मित स्कूल भवन उद्घाटन के पहले ही जर्जर हो गया है. आलम ये है 4 साल बीत जाने के बाद भी इसका लाभ स्कूली बच्चों को नहीं मिल सका है. निर्माण होने के बाद से ताला लटका हुआ है. स्थिति ये है कि भवन की कमी से जूझते यहां के स्कूली बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, लेकिन इस ओर कोई भी अधिकारी सुध नहीं ले रहा है.
भवन हुआ जर्जर
शासकीय राशि का किस तरह से दुरुपयोग किया गया इसकी बानगी धमतरी जिले के बरोली में देखने को मिल रही है. यहां बच्चों की पढ़ने की व्यवस्था को देखते हुए नए भवन की स्वीकृति दी गई थी, लेकिन शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते इस भवन का कोई उपयोग नहीं हो रहा है और भवन जर्जर है.
लाखों की लागत से बना था भवन
करीब 4 साल पहले इस भवन का निर्माण लाखों रुपये खर्च करके हुआ था, जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों को दिक्कत न हो सके, लेकिन इसके बावजूद बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पुराना भवन पहले से ही जर्जर हो गया है. अब तो नया भवन भी जर्जर की कगार पर है.
'छत से टपकता है पानी'
ग्रामीणों का कहना है कि प्राथमिक शाला भवन का निर्माण 2014-015 में हुआ है, लेकिन वह भी जर्जर स्थिति में है. नए भवन में जगह-जगह छत के ऊपर से पानी टपक रहा है. बच्चों को बिठाने लायक जगह नहीं है. वर्तमान में बच्चे केवल स्कूल भवन में बैठने को मजबूर हैं. कई बार इसकी शिकायत पंचायत से लेकर अधिकारियों से की गई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.
कब होगी कार्रवाई ?
अब देखने वाली बात होगी कि इस मामले में अब क्या कोई कार्रवाई होगी या नहीं या फिर बच्चे ऐसे ही जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर रहेंगे.