धमतरी: जिले में एक बार फिर रेत माफिया की गुंडागर्दी सामने आई है. कुरूद के गाड़ाडीह रेत खदान में इस बार जिला पंचायत सदस्य गोविंद साहू के साथ मारपीट की घटना हुई है. सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधि के साथ मारपीट की यह घटना अब हाईप्रोफाइल बन सकती है. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. जिला प्रशासन ने भी घटना की जांच के लिए SDM को जिम्मेदारी सौंप दी है.
दरअसल जिला पंचायत सदस्यों को लगातार शिकायत मिल रही थी कि जिले के रेत खदानों में अवैध रूप से रेत का उत्खनन और भंडारण किया जा रहा है. जिसके बाद जिला पंचायत सदस्य अवैध रूप से संचालित रेत खदान पर कार्रवाई के लिए निकले थे. इस दौरान अवैध रेत का परिवहन करने वाले लोगों के ऊपर कार्रवाई भी हुई है.
अब इस मामले में रेत खदान में उत्खनन करने वाले मालिक ने भी जिला पंचायत सदस्यों पर FIR करने की तैयारी कर ली है. उनका कहना है कि उन्होंने कोई अवैध काम नहीं किया है इसलिए वो भी अब जिला पंचायत सदस्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं. खदान कर्मचारी का आरोप है कि जिला पंचायत के सदस्य खदान में रखी गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ कर रहे थे, जिन्हें रोकने गए लोगों को भी उन लोगों ने मारपीट दिया.
रात में रेत खदान पहुंचे थे जिला पंचायत सदस्य
बीती रात जिला पंचायत सदस्य ने जिले के कपालपोड़ी, दमकाडीह और परेवाडीह रेत खदान का निरीक्षण किया. इसके बाद दो अलग-अलग टीम लगभग 1 बजे कुरूद इलाके के गाड़ाडीह पहुंची. आरोप है कि इस दौरान वहां पर मौजूद रेत माफिया और उसके गुर्गों ने जिला पंचायत सदस्य के ऊपर जानलेवा हमला करते हुए बेरहमी से पिटाई कर दी. जिला पंचायत सदस्य गोविंद साहू के साथ दूसरे सदस्य भी थे, जब वे मौके पर पहुंचे तो माफिया वहां से भाग निकले.
गिरफ्तार आरोपियों में महिला और बच्चे भी शामिल
सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधि के साथ हुए मारपीट का यह मामला अब तूल पकड़ पकड़ता जा रहा है. पीड़ित सदस्य की शिकायत बाद इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है. लेकिन इस मामले में दिलचस्प बात ये है कि जिन पांच लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है. उनमें दो स्थानीय महिला और एक बच्चा सहित एक लकवा पीड़ित भी शामिल है. ऐसे में यह मामला संशय का विषय भी बना हुआ है.
जानकारी ये भी है कि गाड़ाडीह के जिस निजी जमीन पर रेत का भंडारण हुआ है, उसके लिए खनिज विभाग से अनुमति मिली हुई है. जहां रेत का भंडारण हुआ है, उसकी दूरी महानदी से काफी दूर है. ऐसे में आधी रात जिला पंचायत सदस्यों का उस जगह पर जाना कई सवालों को जन्म दे रहा है. क्योंकि नियम के मुताबिक अवैध उत्खनन पर कार्रवाई करना प्रशासन और खनिज विभाग का काम है.
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कुछ महीने पहले रेत माफिया ने एक अन्य जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव के साथ मारपीट की थी. जिसमें पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. यह मामाल विधानसभा के मानसून सत्र में भी उठा था.