बिलासपुर: बिलासपुर के नदी में करंट लगाकर मछली मारना एक युवक के लिए जानलेवा साबित हुआ. मछली मार रहे इस शख्स की करंट के चपेट में आने से मौत हो गई. लेकिन परिजनों ने आरोप लगाया कि मस्तूरी स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर नहीं होने से युवक की जान गई है. स्वास्थ्य केन्द्र में घंटों इंतजार के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचे. जिससे नाराज परिजनों ने स्वास्थ्य केन्द्र के पास चक्का जाम कर दिया. मामला बिलासपुर के मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम पाली का है.
क्या है पूरा मामला: मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पाली इटवा के कन्हैया लाल केवट मंगलवार की सुबह गांव में ही स्थित अरपा नदी में मछली मारने निकला था. तकरीबन एक बजे के आसपास बिजली की करंट से मछली मारते वक्त करंट के संपर्क में वह खुद आ गया. जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. आधे घंटे बाद जब उसके पिता ने उसे नजदीक आकर देखा, तो वह मृत पड़ा हुआ था. जिसे आसपास के ग्रामीणों की मदद से तत्काल मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र लाया गया.
मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र से गायब था डॉक्टर: मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की उपस्थिति नहीं थी. परिजन 1 घंटे तक डॉक्टरों का इंतजार करते रहे, जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने हॉस्पिटल परिसर में हंगामा कतरते हुए मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया. सूचना मिलने पर मस्तूरी पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची. पुलिस ने लोगों को समझाइश दी, जिसके बाद परिजन शांत हुए. करीब 3 बजे के बाद मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर पहुंचे, तब पीएम के लिए शव को भेजा गया.
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केवट समाज ने लगाया लापरवाही का आरोप: मौके पर उपस्थित केवट समाज के ब्लॉक अध्यक्ष जगतराम केवट ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया. जगत राम केवट ने बताया कि "डेड बॉडी को लेकर वे घंटों हॉस्पिटल परिसर में इंतजार करते रहे, लेकिन डॉक्टर नहीं होने की वजह से काफी परेशानियां हुई. मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ नंदराज कंवर ने मामले में जानकारी दी कि "युवक की पहले से ही करंट की संपर्क में आने से मौत हो गई थी, इसमें डॉक्टरों की कोई लापरवाही नहीं है. जिस समय परिजन डेड बॉडी लेकर आए उस समय हॉस्पिटल में जिस डॉक्टर की ड्यूटी थी, वो हॉस्पिटल परिसर में उपस्थित नहीं थे. जिन पर विभागीय शिकायत की गई है.
पुलिस ने समझाइश देकर मामला शांत कराया: प्रशिक्षु डीएसपी नूपुर उपाध्याय ने बताया कि "मृतक की मौत करंट के संपर्क में आने से हुई है. डॉक्टर की उपस्थिति हॉस्पिटल परिसर में नहीं होने की वजह से परीजनों ने हॉस्पिटल परिसर में तोड़फोड़ और चक्का जाम करने की कोशिश की. जिसे पुलिस द्वारा समझाइश देकर मामला को शांत कराया गया है. पुलिस मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई कर रही है.