दंतेवाड़ाः छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के नक्सली क्षेत्र के कटेकल्याण ब्लॉक में सर्वआदिवासी समाज (sarwa aadiwashi samaj)द्वारा 16 सूत्री मांगों (16 sutriya mang)को लेकर धरना प्रदर्शन (Dharna pradarshan)किया गया.धरने की अध्यक्षता सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष सुरेश कर्मा ने की. विरोध के दौरान अध्यक्ष ने कहा कि बस्तर में युवा बेरोजगारों (young unemployed)को नौकरी में प्राथमिकता मिलनी चाहिए. उनके साथ सौतेला व्यवहार न हो. इस तरह की 16 मांगों को रखते हुए राज्यपाल (Governor)सहित मुख्यमंत्री(Chief Minister) के नाम का सर्व आदिवासी समाज ने ज्ञापन सौंपा.
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साथ ही उन्होंने मांग की कि पुलिस जवान व डीआरजी जवानों द्वारा नक्सली मुठभेड़ के नाम से बेगुनाह आदिवासियों को न मारें. इसके अलावा उन्होंने नक्सली (Naxalites))मुठभेड़ में मारे गए बेगुनाह ग्रामीण परिवार को मुआवजा (compensation for families)दिए जाने की मांग के साथ एक व्यक्ति को नौकरी(job) दिलाने की भी मांग रखी.
पुलिस द्वारा नक्सलियों के नाम पर मारे जाते हैं बेगुनाह
सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष ने धरना प्रदर्शन के दौरान कहा कि डीआरजी जवान नक्सलियों के नाम पर आदिवासियों की जान ले लेते हैं. इसके साथ ही उनके परिवार को मरने के बाद कोई मुआवजा नहीं दिया जाता.उनपर लगातार अत्याचार होता है. इतना ही नहीं नक्सल उमूलन अभियान के तहत गांव में घुसकर ग्रामीणों के साथ मारपीट व अत्याचार होता है, जिसे त्वरित कार्रवाई के तहत बंद करना चाहिए. इसके साथ ही लंबे अरसे से नक्सल विचारधीन मामले को जल्द से जल्द पूरा कर दिया जाए.
निर्दोष ग्रामीणों के मुआवजे की मांग
वहीं, इस कार्यक्रम में उपस्थित समाजसेवीका सोनी सोढ़ी ने कांग्रेस सरकार को अपने वादा निभाने की बात कहते हुए कहा कि सरकार सबसे पहले फर्जी नक्सल मामले में निर्दोष आदिवासियों को जल्द से जल्द रिहा करे और निर्दोष ग्रामीणों को उसका मुआवजा दिया जाए. सरकार अगर जल्द से जल्द इन निर्दोष लोगों को रिहा नहीं करेगी तो आने वाले समय में सर्व आदिवासी समाज व जेल बंदी रिहा मंच द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.