दरअसल एनएमडीसी कंपनी ने 13 नंबर को हिरोली में डिपॉजिट खदान को लीज पर आवंटित किया था. इसके साथ ही लीज पर आवंटन की जानकारी ग्राम पंचायत को भी नहीं दी थी और एनएमडीसी कंपनी ने अपना काम भी चालू कर दिया था, इसके विरोध में सरपंच समेत ग्रामीणों ने राष्ट्रपति, राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
किसी भी हाल मेंनहीं देंगे अपनी जमीन
सरपंच बुधरी कुंजाम का कहना है कि, 'हम किसी भी हाल में अपनी जमीन नहीं देंगे. इस जमीन पर हम खेती करते हैं जमीन में अगर खनन का काम चलेगा तो हमारे जीवन यापन साधनों पर असर पड़ेगा'. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, 'बिना हमारी जानकारी के खनन का काम चालू हो गया है'.
काम में हुआ फर्जीवाड़ा
वहीं स्थानीय निवासी मंगल कुंजाम का कहना है कि, 'एनएमडीसी कंपनी इस विषय पर किसी भी तरह की जानकरी नहीं होने की बात कह रही है. वहीं दूसरी तरफ एनएमडीसी की गाड़ियां खनन के काम में लगी हैं. हमने सूचना के अधिकार का इस्तेमाल कर ये जानकारी प्राप्त की है. जिसमें ये खुलासा हुआ है कि इस काम में फर्जीवाड़ा किया गया है. हमारे भूमि को अधिग्रहण करना असंवैधानिक है'.