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पति के साथ शहीद हुए जवान के घर पहुंची ओजस्वी, हो गईं भावुक - ओजस्वी मंडावी

उप चुनाव से पहले ओजस्वी मंडावी शहीद जवान रामलाल के घर पहुंची और परिवार वालों से बातचीत की. इस दौरान ओजस्वी मंडावी भावुक हो गईं. दुख की बात ये है कि ओजस्वी जिस जवान के घर पहुंची थीं, उसके अंतिम संस्कार के दिन ही उसकी शादी थी.

ओजस्वी मंडावी
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Published : Sep 10, 2019, 1:29 PM IST

Updated : Sep 10, 2019, 10:37 PM IST

दंतेवाड़ाः दिवंगत विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी शहीद जवान रामलाल के घर पहुंची. परिवार से बातचीत के दौरान वह अपने आंसू नहीं रोक सकी. ओजस्वी मंडावी सुरक्षा शेड्यूल के चलते 15 मिनट ही यहां रुकी. इसके बाद वह फरसपाल के लिए रवाना हो गई.

पति के साथ शहीद हुए जवान के घर पहुंच भावुक हो गईं ओजस्वी

भीमा मंडावी के साथ शहीद हुए जवान रामलाल की शहादत भी बेहद मार्मिक है. दरअसल जिस दिन रामलाल का विवाह होना था उसी दिन उनका अंतिम संस्कार किया गया. परिवार इस घटना से बेहद दुखी है, ऐसे में ओजस्वी भी यहां पहुंच कर भावुक हो गईं.

फरसपाल पहुंची ओजस्वी मंडावी
ओजस्वी मंडावी फरसपाल पहुंची. उन्होंने स्व महेंद्र कर्मा की स्थापित प्रतिमा पर फूल चढ़ाए. उन्होंने कहा कि शहादत किसी भी दल से हो वह उतना ही अहम है, इसका वर्गीकरण ठीक नहीं. उन्होंने कहा कि सीएम कहते हैं महेद्र कर्मा ने शहादत दी जबकि मेरे पति (भीमा मंडावी) दुर्घटना में मारे गए. ऐसा वर्गीकरण नहीं होना चाहिए.

दंतेवाड़ाः दिवंगत विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी शहीद जवान रामलाल के घर पहुंची. परिवार से बातचीत के दौरान वह अपने आंसू नहीं रोक सकी. ओजस्वी मंडावी सुरक्षा शेड्यूल के चलते 15 मिनट ही यहां रुकी. इसके बाद वह फरसपाल के लिए रवाना हो गई.

पति के साथ शहीद हुए जवान के घर पहुंच भावुक हो गईं ओजस्वी

भीमा मंडावी के साथ शहीद हुए जवान रामलाल की शहादत भी बेहद मार्मिक है. दरअसल जिस दिन रामलाल का विवाह होना था उसी दिन उनका अंतिम संस्कार किया गया. परिवार इस घटना से बेहद दुखी है, ऐसे में ओजस्वी भी यहां पहुंच कर भावुक हो गईं.

फरसपाल पहुंची ओजस्वी मंडावी
ओजस्वी मंडावी फरसपाल पहुंची. उन्होंने स्व महेंद्र कर्मा की स्थापित प्रतिमा पर फूल चढ़ाए. उन्होंने कहा कि शहादत किसी भी दल से हो वह उतना ही अहम है, इसका वर्गीकरण ठीक नहीं. उन्होंने कहा कि सीएम कहते हैं महेद्र कर्मा ने शहादत दी जबकि मेरे पति (भीमा मंडावी) दुर्घटना में मारे गए. ऐसा वर्गीकरण नहीं होना चाहिए.

Intro:पति के साथ शहीद हुए जवान के घर में नहीं रोक सकी ओजस्वी आंसू
दंतेवाड़ा। दिवंगत विधायक भीमाराम मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी शहीद जवान रामलाल के घर पहुंची। परिवार से बातचीत के दौरान वर अपने आँसू नही रोक सकी। ओजस्वी मंडावी सुरक्षा के शेड्यूल के चलते 15 मिनट ही रुक सकी । सजे बाद वे फरसपाल के लिए रवाना हो गई। जवान रामलाल की दीवार टंगी फ़ोटो को नमन कर बडे भाई से बोली फिर आउंगी।
जवान की भी अपनी दर्द भरी कहानी है
भीमा मंडावी के साथ शहीद हर जवान रामलाल की शहादत क
फिल्मी कहानी जैसी है। रामलाल के परिवार के लोंगो ने बताया कि जिस क्रिया कर्म था उसी दिन शादी की तारीख थी। रामलाल की भतीजी बताती है उस दिन होने वाली चाची भी आई थी। चाची भी खहोब रोइ थी। उसका कहना था कि इस जिंदगी से तो बेतार था कि विधवा बन जीवन काटता। ये जीवन तो पूरे जिंदगी कष्ट देगा।
Body:फरसपाल में लिया आशीर्वाद महेंद्र कर्मा की प्रतिमा पर चढ़ाई फूल माला
ओजस्वी मंडावी फरसपाल पहुंची। यह उन्होंने स्व महेंद्र कर्मा की स्थापित प्रतिमा पर फूल माला चरणों मे रखी। उन्होंने कहा कि शहादत किसी भी दाल जे नेता जी हो । शहादत शहादत है। इसका वर्गीयकरण ठीक नही। जवान की शहादत भी उतनी ही है। हमारे प्रदेश के मुखिया कहते है कि कर्मा जी की शहादत है। मेरे पति की दुर्घटना है। फरसपाल आए थे तो कर्मा जी का आशीर्वाद लिया है। बड़ो का आशीर्वाद ऊर्जा देता है। पहली बार इस इलाके में प्रचार के लिए आई थी। इस लिए जरूरी था अपने बुजुर्ग के हाथ जोड़ना।Conclusion:Vis byt
Last Updated : Sep 10, 2019, 10:37 PM IST
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