दंतेवाड़ाः सर्व आदिवासी समाज ने बुधवार को जेल भरो आंदोलन किया. राम वन गमन पथ का रास्ता रोकने के दौरान कांकेर में 60 लोगो पर एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसके समर्थन में पूरे बस्तर संभाग में बुधवार को आदिवासियों ने जेल भरो आंदोलन किया. दंतेवाड़ा में सर्व आदिवासी समाज के 60 लोगों ने आंदोलन को समर्थन दिया है. दंतेश्वरी मंदिर मेडका डोबरा में लोग इकट्ठा होकर समाज की बैठक की. जिसमें समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. इसके बाद सामूहिक रूप से सर्व आदिवासी समाज के साथ लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप सभी ने गिरफ्तारी दी.
राम वन गमन रथ का रोका था रास्ता
आदिवासी समाज अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने बताया कि 14 दिसंबर से 17 दिसंबर के बीच राम वन गमन पथ पर रथ चलाया गया था. इस दौरान शासन प्रशासन द्वारा वहां की मिट्टी उठाई गई. वहीं सर्व आदिवासी समाज उसे चोरी मान रहे हैं. साथ ही राम वन गमन पथ के रथ को रोका गया तो आदिवासी समाज के 60 लोगों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली. जिसके विरोध में बुधवार को सर्व आदिवासी समाज के लोग सभी जिलों में अपनी गिरफ्तारी दे रहे हैं.
आदिवासी समाज की संस्कृति को नहीं मिल रहा बढ़ावा
आदिवासी नेता मंगल कुंजाम ने बताया कि बस्तर आदिवासियों का इलाका है. यहां की संस्कृति परंपरा भिन्न है. वहीं जिस प्रकार अभी बस्तर को राम वन गमन पथ के नाम से प्रचलित करने का भूपेश सरकार के द्वारा राम वन गमन पथ रथ यात्रा चलाया गया था. जिसका हमारा सर्व आदिवासी समाज विरोध करता है. विरोध इसलिए करते हैं क्योंकि कि यहां संस्कृति पर आक्रमण है. यह आदिवासियों की संस्कृति है इसे बढ़ावा दिजिए. राम वन गमन पथ रथ यात्रा को रोकने पर आदिवासी समाज कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कराई गई है.