रायपुर: 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश हो गया. छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने रविवार को जिला भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में प्रेसवार्ता की. वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के एक बड़े विजन के साथ मोदी जी की सरकार आगे बढ़ रही है. ओपी चौधरी ने कहा कि इस बजट में भारत के विकसित राष्ट्र की कल्पना नजर आ रही है. बजट में गांव, गरीब और किसानों का पूरा ध्यान रखा गया है.
केंद्रीय बजट की ओपी चौधरी ने की तारीफ: वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि शुरू से आखरी तक बजट के प्रावधान विकसित भारत की परिकल्पना के बिंदु पर केंद्रित है. डेमोक्रेसी डेमोग्राफी और डिमांड इन तीन आधार स्तंभों पर भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ेंगे. चौधरी ने कहा कि इस बजट का फायदा समाज के हर तबके को मिलेगा. समाज के आखिरी छोर तक इसका फायदा पहुंचेगा. वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में ज्ञान के सूत्र को भी पिरोया गया है. इस बजट में सबसे बड़ा प्रावधान 12 लाख रुपए तक की कमाई को टैक्स फ्री करना.
12 लाख तक की आय टैक्स फ्री: ओपी चौधरी ने कहा कि मिडिल क्लास वालों की संख्या हमारे यहां सबसे ज्यादा है. मोदी सरकार ने मिडिल सरकार को महंगाई के मोर्चे पर बड़ी राहत दी है. नए टैक्स स्लैब से भारत की इकोनॉमी को नई गति मिलेगी. डिमांड क्रिएट होगा मिडिल क्लास के एस्पिरेशन को नई ताकत मिलेगी. जिससे भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर आगे बढ़ेगा.
''बजट में सब पर फोकस'': वित्त मंत्री ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और इस बजट में किसानों के लिए भी बड़ी घोषणाएं की गई है. किसान क्रेडिट कार्ड की अपर लिमिट को 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख तक कर दिया गया है, जिससे लगभग 7.7 करोड़ किसानों को लाभ होगा. ओपी चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार का उद्देश्य हर नागरिक की समृद्धि सुनिश्चित करना है. इसी सोच के तहत इस बजट में ज्ञान के सूत्र गरीब, युवा, अन्नदाता, नारी, शक्ति के सूत्र को शामिल किया गया है.
दीपक बैज का पलटवार: साय सरकार की आलोचना करते हुए दीपक बैज ने कहा कि एक साल में बीजेपी सरकार ने कोई काम नहीं किया. जनता ने जिन उम्मीदों के साथ उनको चुना था उन उम्मीदों पर ये खरे नहीं उतरे. दीपक बैज ने बीजेपी के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया. बैज ने कहा कि निकाय चुनाव में जो आरक्षण की व्यवस्था की गई वो पूरी तरह से गलत है. ओबीसी वर्ग को दरकिनार कर दिया गया. इस वजह से ओबीसी वर्ग सरकार से नाराज है.