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दंतेवाड़ा : अधर में लटकी 600 से ज्यादा बच्चों की पढ़ाई, हॉस्टल और बस की सुविधा हुई बंद

डीएवी मॉडल स्कूल में हॉस्टल और बस की सुविधा बंद होने से परेशानअभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे. वहां पहुंच उन्होंने अपनी समस्याए सुनाई. जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने जल्द निराकरण की बात कही है.

अभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे
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Published : Jul 17, 2019, 5:04 PM IST

दंतेवाड़ा : जिलेभर में स्थापित 4 डीएवी मॉडल स्कूल इन दिनों सुर्खियों में हैं. यहां के हॉस्टल में रह रहे बच्चों की पढ़ाई अधर में लटकी हुई है, जिसकी वजह हॉस्टल की सुविधा का बंद होना बताया जा रहा है. इन समस्याओं से परेशान होकर अभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे और समस्या को दूर करने की मांग की.

अभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे

दरअसल, 4 डीएवी मॉडल स्कूल के हॉस्टल बंद कर दिए गए हैं. साथ ही नए बच्चों को हॉस्टल में एडमिशन भी नहीं दिया जा रहा है. इसके साथ ही बस की सुविधा भी बंद कर दी गई है, जिससे बच्चों के साथ-साथ पालक भी परेशान हैं.

पालकों को होना पड़ा मायूस
बच्चों के पालकों ने बताया कि, 'वे अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात कलेक्टर से नहीं हो पाई. इस वजह से सभी पालक जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा के पास पहुंचे. उन्होंने शिकायत करते हुए बताया कि, '600 से अधिक बच्चे को बेहतर शिक्षा देने के लिए पूर्व कलेक्टर ने डीएमएफ मद से व्यय कर सुविधाएं दी थीं, लेकिन अब उसे बंद कर दिया गया है. इस कारण इन स्कूलों में पढ़ने वाले ढ़ाई हजार बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं'.

'जल्द होगा निराकरण'
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि, 'पालकों की समस्याओं को सुना गया है. बस सहित सभी सुविधाएं उन्हें मिलेंगी. पालकों की समस्याओं का जल्द निराकरण किया जाएगा'.

दंतेवाड़ा : जिलेभर में स्थापित 4 डीएवी मॉडल स्कूल इन दिनों सुर्खियों में हैं. यहां के हॉस्टल में रह रहे बच्चों की पढ़ाई अधर में लटकी हुई है, जिसकी वजह हॉस्टल की सुविधा का बंद होना बताया जा रहा है. इन समस्याओं से परेशान होकर अभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे और समस्या को दूर करने की मांग की.

अभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे

दरअसल, 4 डीएवी मॉडल स्कूल के हॉस्टल बंद कर दिए गए हैं. साथ ही नए बच्चों को हॉस्टल में एडमिशन भी नहीं दिया जा रहा है. इसके साथ ही बस की सुविधा भी बंद कर दी गई है, जिससे बच्चों के साथ-साथ पालक भी परेशान हैं.

पालकों को होना पड़ा मायूस
बच्चों के पालकों ने बताया कि, 'वे अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात कलेक्टर से नहीं हो पाई. इस वजह से सभी पालक जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा के पास पहुंचे. उन्होंने शिकायत करते हुए बताया कि, '600 से अधिक बच्चे को बेहतर शिक्षा देने के लिए पूर्व कलेक्टर ने डीएमएफ मद से व्यय कर सुविधाएं दी थीं, लेकिन अब उसे बंद कर दिया गया है. इस कारण इन स्कूलों में पढ़ने वाले ढ़ाई हजार बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं'.

'जल्द होगा निराकरण'
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि, 'पालकों की समस्याओं को सुना गया है. बस सहित सभी सुविधाएं उन्हें मिलेंगी. पालकों की समस्याओं का जल्द निराकरण किया जाएगा'.

Intro:सुनो! सरकार हमसे हमारे बच्चों की शिक्षा मत छीनो
- हॉस्टल सुविधा बंद होने से विकट समस्याओ का करना पड़ रहा है सामना
- जिले भरबके पालक पहुंचे थे कलक्टर से मिलने, मुलाकात नही हुई तो पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी के पास
दंतेवाड़ा। जिले भर में स्थापित 4 डी ए वी मॉडल स्कूल सुर्खियों में है। यहां के हॉस्टल में रह रहे बच्चो की पढ़ाई अधर में है। कटेकल्याण ब्लॉक के परचेली से आए करीब आधा सैकड़ा से अधिक पालको ने अपने दर्द को जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा से बयां किया। पालकों का कहना है कि होस्टल को बंद कर दिया गया हैं । होस्टल में नए एडमिशन लिए नही जा रहे है। ऐसे में बच्चे कैसे अपना भविष्य गढ़ेंगे। पालको ने दो टूक कहा कि यदि नराकरण नही हुआ तो पूरा कटेकल्याण ब्लाक की जनता सड़क पर उतरेगी।




Body:पालको को होना पड़ा मायूस
पालक सबसे पाहे कलक्टर चैम्बर गए। वहां वे मौजूद नही थे। इस वजह से जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे । अभिवकों ने बताया 600 से अधिक बच्चे है। इन सभी को बेहतर शिक्षा देने के लिए पूर्व कलक्टर ने डीएमएफ मद से व्यय कर व्यबस्था की थी। इस फंड को अब बन कर दिया है। जिले में चार डी ए वी स्कूल है। इन स्कूलों में करीब ढाई हजार बच्चे पढ़ रहे है। यदि सरकार ने ध्यान नही दिया तो कई बच्चे पढाई से वंचित हो जाएंगे
जल्द होगा निराकरण




Conclusion:जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि पलकों की समस्याओं का जल्द निराकरण कर दिया जाएगा उनकी समस्याओं को सुना गया है। बस सहित सभी सुविधाएं मिलेंगी।
राजेश कर्मा
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