दंतेवाड़ा: डेनेक्स नवा गारमेंट के नाम से देश के साथ विदेशों में झंडे बुलंद करने वाले गारमेंट फैक्ट्री में शनिवार को जमकर नारेबाजी हुई. ये नारेबाजी किसी और ने नहीं बल्कि फैक्ट्री में काम करने वाली महिलाओं ने की. सैलरी बढ़ाने को लेकर महिलाओं ने मोर्च खोल दिया है.
डेनेक्स नवा गारमेंट की महिलाओं का धरना: डेनक्स में काम करने वाली महिलाओं ने बताया कि वे लंबे समय से नवा गारमेंट से जुड़ी है. इस समय उन्हें 6 हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है. शुरुआत में उन्हें कहा गया था कि समय समय पर उनका मानदेय बढ़ाया जाएगा लेकिन पिछले वेतन में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं हुई, जबकि महंगाई आसमान छू रही है. महिलाओं का कहना है कि डैनेक्स नवा गारमेंट कंपनी की डिमांड की वजह से फैक्ट्री को आय भी अच्छी हो रही है लेकिन उनकी सैलरी में किसी भी तरह का इजाफा नहीं हुआ है. महिलाओं ने वेतन वृद्धि की मांग जल्द पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
क्या है डेनेक्स : डेनेक्स का अर्थ है दंतेवाड़ा नेक्स्ट. 27 महीने पहले दंतेवाड़ा जिले में प्रशासन ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उदेश्य से नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री की स्थापना की. इस फैक्ट्री को डेनेक्स नाम दिया गया. अब डेनेक्स ब्रांड के नाम से यहां कपड़ा तैयार होता है. जिससे अच्छी आय हो रही है. 'हारम' में स्थापित पहली डेनेक्स फैक्ट्री ने सफलता के कीर्तिमान गढ़ना शुरू कर दिया जिसके बाद बारसूर,कारली और कटेकल्याण ग्राम में भी डेनेक्स यूनिट स्थापित हुई.
डेनेक्स से 50 करोड़ की आय: डेनेक्स के कपड़ों की गुणवत्ता की वजह से देश भर में इसकी मांग बढ़ी है. देश भर की व्यापारिक संस्थाएं इनसे एप्रोच कर रही हैं. मई 2023 में डेनेक्स की चार यूनिट से लगभग 50 करोड़ रुपये मूल्य के 6 लाख 85 हजार कपड़ों का लॉट बैंग्लोर भेजा गया था. डेनेक्ट की पांचवीं यूनिट छिंदनार ने एक्सपोर्ट हाउस, तिरपुर से एक MOU भी किया था. जिसके बाद यहां के कपड़े यूके और यूएस के बाजार भी पहुंच रहे हैं.