दंतेवाड़ा: बापी न उवाट (कार्यकर्ता) की कार्यशाला में कलेक्टर दीपक सोनी के साथ बापियों ने जिले को कुपोषण, एनीमिया और मलेरिया मुक्त बनाने की शपथ ली. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया.
गीदम के एजुकेशन सिटी के ऑडिटोरियम में इसका आयोजन किया गया. इस दौरान बापी, महिला शक्ति केंद्र के चयनित स्वयं सेवकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक दिन का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम को जिले के कलेक्टर दीपक सोनी ने संबोधित किया. इसमें जिले को एनीमिया मुक्त, कुपोषण मुक्त, मलेरिया मुक्त बनाने और शत-प्रतिशत बच्चों का आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीयन कराने के विषय पर चर्चा हुई. इसके साथ ही सभी बच्चों का दाखिला स्कूल में करवाने के विषय में चर्चा की गई.
दंतेवाड़ा: मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को सफल बनाने की पहल, गांव-गांव में दी जाएगी जानकारी
20 सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले बापियों को बनाया मॉनिटर
इस कार्यक्रम में दीपक सोनी ने 20 सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले बापियों को मॉनिटर के रूप में नियुक्त किया. ये बापी अन्य बापियों के साथ काम करते हुए काम को निरंतर बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे. कलेक्टर ने हर विकासखंड से अच्छा काम करने वाले 5 बापियों को चयनित करते हुए सम्मानित करने की बात कही.
बापी कार्यक्रम को अधिक जन उपयोगी बनाने की अपील
इस दौरान यूनिसेफ के अभिषेक सिंह ने सामुदायिक सहभागिता के साथ बापी कार्यक्रम को अधिक जन उपयोगी बनाने की बात कही. वहीं महिला बाल विकास अधिकारी बृजेन्द्र सिंह ठाकुर ने युवाओं से समाज में बेहतर काम करने की चुनौतियों पर चर्चा की. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी गीदम ऋतिष टण्डन, परियोजना अधिकारी दंतेवाड़ा संगीता बिंद, परियोजना अधिकारी बचेली कल्पना रथ सहित विभाग के पर्यवेक्षक और अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे.