दंतेवाड़ा: महेंद्र कर्मा के बेटे छबिंद्र कर्मा ने लाल आतंक से जुड़ा बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि 'कोरोना काल में स्कूल-कॉलेज बंद होने का नक्सलियों ने फायदा उठाया है. दंतेवाड़ा, बीजापुर इलाके में नक्सलियों ने 18 से 30 साल के युवाओं की कैडर में भर्ती की है. दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा तीनों जिलों की सीमावर्ती इलाकों पर नक्सलियों की बड़ी बैठक चल रही है. इस बैठक में नक्सली अपनी बड़ी फौज तैयार करने की योजना तैयार कर रहे हैं. नक्सली भारी तादाद में नए कैडर तैयार कर रहे हैं'.
छबिंद्र कर्मा के मुताबिक कोविड 19 की वजह से अंदरुनी इलाकों में स्कूल कॉलेज सब बंद थे. जिसकी वजह से इन इलाकों में नक्सलियों ने बंद पड़े स्कूल, कॉलेज के बच्चों को नक्सली संगठनों से जोड़ने की कोशिश की है. इतना ही नहीं नक्सली इलाके के युवाओं और बच्चों को डरा धमकाकर अपने संगठन में जोड़ने का काम कर रहे हैं.
लोन वर्राटू अभियान के खिलाफ नक्सलियों रणनीति
छबिंद्र कर्मा का कहना है कि शासन की आत्मसमर्पण और लोन वर्राटू अभियान के खिलाफ नक्सलियों ने यह रणनीति बनाई है. उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर सतर्क और गंभीर होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि शासन को इस मामले को फौरन गंभीरता से लेना चाहिए.