दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लोन वर्राटू अभियान कारगर साबित हो रहा है. दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के तहत 14 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. नक्सलियों की खोखली विचारधाराओं से तंग आकर सरेंडर किया है. पुलिस विभाग इसे बड़ी कामयाबी बता रहा है.
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दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव के सामने नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर दो इनामी सहित 14 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. अंतसमर्पित नक्सली गुमियापाल गांव के हैं. लंबे समय से नक्सलियों की खोखली विचारधारा पर काम कर रहे थे. पुलिस प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान के तहत आत्मसमर्पण किया है.
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नक्सलियों ने किरंदुल थाना में सरेंडर किया
दंतेवाड़ा में पिछले एक साल में अबतक 63 इनामी सहित 240 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर चुके हैं. पुलिस प्रशासन समर्पित नक्सलियों को शासन की योजनाओं से जोड़कर मनचाहा रोजगार देगा. नक्सलियों ने किरंदुल थाना में सरेंडर किया है.
भीमा मंडावी हत्याकांड में शामिल नक्सलियों ने किया था सरेंडर
दंतेवाड़ा में 29 दिसंबर को विधायक भीमा मंडावी की हत्या में शामिल चार नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया था. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाई जा रही लोन वर्राटू नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों ने एसपी अभिषेक पल्लव के सामने आत्मसमर्पण किया था. इनमें से चार नक्सली 2019 में विधायक भीमा मंडावी हत्याकांड के आरोपी हैं. घटना के दौरान घटनास्थल के पास खाना बनाने का काम कर रहे थे.