बिलासपुर : मनरेगा में किए गए काम की मजदूरी नहीं मिलने से मजदूर परेशान हैं. उन्हें पिछले 2 सालों की मजदूरी नहीं मिली है. स्थानीय अधिकारी मजदूरी दिलाने का केवल आश्वासन दे रहे हैं.
मामला गौरेला पेंड्रा मरवाही के चंगेरी गांव का है. मजदूर मनरेगा के तहत निर्माण कार्य में पिछले 2 साल से कार्य कर रहे हैं. 2 साल बीत गए, लेकिन मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ. ये मजदूर अपनी मजदूरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन आश्वासन के आलावा उन्हें कुछ नहीं मिला. 2019 में मनरेगा के तहत कुएं का निर्माण कराया गया था. काम पूरा हो गया, लेकिन मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ. मरवाही सीओ नारद मांझी ने जल्द मजदूरी का भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया है.
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बीजापुर में भी मजदूर परेशान
बीजापुर में भी करीब डेढ़ साल से काम कर रहे मजदूर अपनी मजदूरी के लिए भटक रहे हैं. सभी मजदूर बीते डेढ़ साल से पोटा केबिन और कृषि केंद्र बीजापुर में अर्जुन सिंह नाम के एक ठेकेदार के यहां काम कर रहे थे, लेकिन बीते डेढ़ साल से आज तक उन्हें मजदूरी नहीं मिली है. मजदूरों की मांग के बाद कलेक्टर ने ठेकेदार को बुलवाकर राशि का भुगतान करने की बात कही थी, बावजूद इसके मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है.