बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले तीन सालों से लगातार ट्रेनों को रद्द किए जाने के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रेल रोको आंदोलन शुरू किया है. पीसीसी के निर्देश पर बुधवार को बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सहित सैकड़ों कार्यकर्ता बिलासपुर के कोटा कार्गीरोड स्टेशन के आउटर पहुंचे और ट्रेन रोक दी.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोकी तीन ट्रेनें: कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह पांच बजे से कोटा स्टेशन पहुंचने लगे थे और ट्रेन आने का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही ट्रेन आई, उसे रोकने सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रेन रुकवाने पटरी पर लेट गए. एक के बाद एक तीन मालगाड़ियों को रोका गया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी जिंदाबाद, भूपेश बघेल जिंदाबाद, अडानी अंबानी हाय के नारे के साथ प्रदर्शनकारियों ने पूरे दो घंटे कोटा में माल गाड़ियों को रोके रखा. कुछ लोग ट्रेन के इंजन पर चढ़ गए तो कुछ पटरी पर खड़े होकर जमकर रेलवे के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे.
केंद्र पर जानबूझकर ट्रेन रद्द करने का आरोप: प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कहना है कि केंद्र सरकार रेलवे को निजी हाथों में बेचने का षड्यंत्र रच रही है. बिना किसी ठोस वजह के यात्री ट्रेनों को अचानक रद्द कर दिया जा रहा है. इससे रोजाना छत्तीसगढ़ के लाखों यात्री ट्रेनों में चढ़ने वाले यात्रियों की यात्रा बाधित हो रही हैं. पिछले तीन सालों से इंफ्रास्ट्रक्चर, नॉन इंटरलॉकिंग, ऑटोमेटिक सिगनलिंग और लाइन को बढ़ाने की बात कहते हुए ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है.
एक जानकारी के मुताबिक पिछले साढ़े 3 सालों में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 67382 ट्रेनें रद्द की है. जिससे लाखों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है. इसी के खिलाफ कांग्रेस प्रदेशभर के छोटे बड़े स्टेशनों में रेल रोको अभियान चला रही है.