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Unseasonal rain in bilaspur: बेमौसम बारिश से बिलासपुर के कई केंद्रों पर धान की खरीदी रुकी

बिलासपुर में बेमौसम बारिश (unseasonal rain in bilaspur) से कई धान केंद्रों पर खरीदी रुक गई है. छत्तीसगढ़ मौसम विभाग (Chhattisgarh Meteorological Department) ने अगले दिनों में बारिश, कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की संभावना जताई है. मौसम जब ठीक होगा तो धान खरीदी दोबारा शुरू हो पाएगी.

Paddy wasted in Bilaspur
बारिश से धान की बर्बादी
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Published : Dec 29, 2021, 8:17 PM IST

Updated : Dec 29, 2021, 10:45 PM IST

बिलासपुर: 24 घंटे से अधिक समय से रुक-रुक कर जारी बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. बिलासपुर में बेमौसम बारिश से खरीद केंद्रों पर धान खराब हो चुका है (Paddy wasted in Bilaspur). वहीं बरसात से अरहर एवं मटर की फसल को भी नुकसान पहुंचने की संभावना है. बेमौसम बारिश से धान खरीदी की पूरी व्यवस्था चरमरा सी गई है. छत्तीगढ़ मौसम विभाग (Chhattisgarh Meteorological Department) ने आने वाले दिनों में बारिश और कोहरे की संभावना जताई है.

बारिश से किसान परेशान

यह भी पढ़ें: Paddy wasted in Bemetara: बेमेतरा में बेमौसम बारिश से धान की बर्बादी, धान संग्रहण केंद्रों में व्यवस्थाओं की खुली पोल

बारिश रुकने के बाद शुरू होगी धान खरीदी

बीते मंगलवार दोपहर बाद से खरीदी केंद्रों पर किसानों का धान का तौल नहीं हो सका है. ज्यादातर किसान देर रात तक बारिश थमने का इंतजार करत रहे हैं, लेकिन बारिश रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बारिश खुलने के बाद किसानों से धान की खरीदी हो पाएगी.

धान की बोरियों में घुसा पानी

वही कम व्यवस्था के साथ खरीदी केंद्रों पर पहुंचे किसानों को बारिश की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. ज्यादातर किसानों का धान भी भीग गया तो समिति स्तर से भी किसानों को त्रिपाल दिए गए हैं. जो पहले से धान के लिए नाकाफी था. हालांकि त्रिपाल ने ऊपर से धान को भीगने से तो बचा लिया लेकिन बारिश का पानी धान की बोरियों में जम हो गया है.

यह भी पढ़ें: कोरबा में बेमौसम बारिश, खरीदी केंद्रों पर धान के स्टॉक पर सुरक्षा पर संकट

मंगलवार दोपहर बाद शुरू हुई झमाझम बारिश

बता दें कि बारिश के बाद समिति प्रबंधक एवं प्रभारी देर रात तक त्रिपाल ढकने एवं धान को बरसात से बचाने की जुगत में लगे रहे. ज्यादातर समिति में बफर स्टॉक से ज्यादा धान का भंडारण हुआ है. जिसकी वजह से समिति प्रबंधकों को धान की व्यवस्था करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. ज्यादातर खरीदी केंद्रों में बफर स्टॉक से पांच से सात हजार क्विंटल ज्यादा धान का भंडारण हो चुका है. धान का समय पर परिवहन नहीं होने से धान की बर्बादी हुई है.

बिलासपुर में बेमौसम बारिश

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम विभाग की माने तो अचानक हुई बारिश वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से हुई है. साथ ही भारत के उत्तरी इलाके में साइक्लोन बना हुआ है. जिससे पूर्वी एवं उत्तरी भारत में कम दबाव का क्षेत्र निर्मित हो गया है. जिसकी वजह से लगातार बारिश हो रही है. आज हल्की बरसात होने के बाद कल सुबह तक मौसम खुल जाएगा. कल से आज तक 28 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है. हालांकि उसके बाद इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है. साथ ही तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के ज्यादातर इलाकों में घने कोहरे छाने की संभावना भी मौसम विभाग जताई है. 30 एवं 31 दिसंबर को 2 दिनों तक घना कोहरा छाया रहेगा. इसके बाद पूरे क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ सकती है. जो अगले 5 दिनों तक बनी रहेगी.

बिलासपुर: 24 घंटे से अधिक समय से रुक-रुक कर जारी बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. बिलासपुर में बेमौसम बारिश से खरीद केंद्रों पर धान खराब हो चुका है (Paddy wasted in Bilaspur). वहीं बरसात से अरहर एवं मटर की फसल को भी नुकसान पहुंचने की संभावना है. बेमौसम बारिश से धान खरीदी की पूरी व्यवस्था चरमरा सी गई है. छत्तीगढ़ मौसम विभाग (Chhattisgarh Meteorological Department) ने आने वाले दिनों में बारिश और कोहरे की संभावना जताई है.

बारिश से किसान परेशान

यह भी पढ़ें: Paddy wasted in Bemetara: बेमेतरा में बेमौसम बारिश से धान की बर्बादी, धान संग्रहण केंद्रों में व्यवस्थाओं की खुली पोल

बारिश रुकने के बाद शुरू होगी धान खरीदी

बीते मंगलवार दोपहर बाद से खरीदी केंद्रों पर किसानों का धान का तौल नहीं हो सका है. ज्यादातर किसान देर रात तक बारिश थमने का इंतजार करत रहे हैं, लेकिन बारिश रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बारिश खुलने के बाद किसानों से धान की खरीदी हो पाएगी.

धान की बोरियों में घुसा पानी

वही कम व्यवस्था के साथ खरीदी केंद्रों पर पहुंचे किसानों को बारिश की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. ज्यादातर किसानों का धान भी भीग गया तो समिति स्तर से भी किसानों को त्रिपाल दिए गए हैं. जो पहले से धान के लिए नाकाफी था. हालांकि त्रिपाल ने ऊपर से धान को भीगने से तो बचा लिया लेकिन बारिश का पानी धान की बोरियों में जम हो गया है.

यह भी पढ़ें: कोरबा में बेमौसम बारिश, खरीदी केंद्रों पर धान के स्टॉक पर सुरक्षा पर संकट

मंगलवार दोपहर बाद शुरू हुई झमाझम बारिश

बता दें कि बारिश के बाद समिति प्रबंधक एवं प्रभारी देर रात तक त्रिपाल ढकने एवं धान को बरसात से बचाने की जुगत में लगे रहे. ज्यादातर समिति में बफर स्टॉक से ज्यादा धान का भंडारण हुआ है. जिसकी वजह से समिति प्रबंधकों को धान की व्यवस्था करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. ज्यादातर खरीदी केंद्रों में बफर स्टॉक से पांच से सात हजार क्विंटल ज्यादा धान का भंडारण हो चुका है. धान का समय पर परिवहन नहीं होने से धान की बर्बादी हुई है.

बिलासपुर में बेमौसम बारिश

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम विभाग की माने तो अचानक हुई बारिश वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से हुई है. साथ ही भारत के उत्तरी इलाके में साइक्लोन बना हुआ है. जिससे पूर्वी एवं उत्तरी भारत में कम दबाव का क्षेत्र निर्मित हो गया है. जिसकी वजह से लगातार बारिश हो रही है. आज हल्की बरसात होने के बाद कल सुबह तक मौसम खुल जाएगा. कल से आज तक 28 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है. हालांकि उसके बाद इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है. साथ ही तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के ज्यादातर इलाकों में घने कोहरे छाने की संभावना भी मौसम विभाग जताई है. 30 एवं 31 दिसंबर को 2 दिनों तक घना कोहरा छाया रहेगा. इसके बाद पूरे क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ सकती है. जो अगले 5 दिनों तक बनी रहेगी.

Last Updated : Dec 29, 2021, 10:45 PM IST
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