बिलासपुर: कई देशों ने कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच टीकाकरण अभियान को सीमित कर दिया है. जिसके नतीजे काफी भयावह हो सकते है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना संकट के कारण पूरी दुनिया में टीकाकरण अभियान को कमजोर पड़ते देख चिंता जाहिर की थी. डब्लूएचओ (WHO) ने कहा था कि लगातार कम होते टीकाकरण से सालों की मेहनत पर पानी फिर सकता है. डब्ल्यूएचओ ने चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि यदि टीकाकरण का अभियान कमजोर हुआ, तो दुनिया गंभीर बीमारियों के चपेट में दोबारा आ सकती है. छत्तीसगढ़ में भी कोरोना काल के बीच टीकाकरण अभियान कुछ हद तक कमजोर हुआ है. लेकिन टीकाकरण के आंकड़े अभी भी संतोषजनक हैं. बिलासपुर जिले में टीकाकरण का अभियान बेहद सफल रहा. जिले में अब तक 92 फीसदी से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो चुका है. इस बीच कोविड-19 के टीकारण की तैयारिया भी जोरों से चल रही है.
बिलासपुर जिले में अभी टीकाकरण के लिए 8 फीसदी लक्ष्य बाकी है. इससे पहले बिलासपुर जिला शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर चुका है. स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि जिले में कोरोना काल के दौरान सामान्य दिनों के मुकाबले लोग टीकाकरण के लिए घर से कम निकले हैं. जिसके कारण कुछ हद तक टीकाकरण अभियान कमजोर हुआ था. लेकिन बाद में टीकाकरण को लेकर चलाये जा रहे जागरुकता अभियान और लोगों में कम होते खौफ की वजह से लोग सामान्य दिनों की तरह ही टीकाकरण अभियान से जुड़ने लगे. विषम परिस्थितियों में भी 92 फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करना छोटी उपलब्धि नहीं है. अधिकारी ने कहा कि जल्द ही हम 100 का आंकड़ा छूलेंगे.
92.25 प्रतिशत हुआ टीकाकरण
एक आंकड़े के मुताबिक लगभग 3 दशक के बाद इस साल के शुरुआती 4 महीनों में वैश्विक स्तर पर डिप्थीरिया,टेटनस और काली खांसी के टीके डीटीपी-3 का कंप्लीट डोज पूरा करने वाले बच्चों की संख्या में गिरावट आई है. कोरोना के डर के कारण लोगों ने अस्पताल से मुंह फेर लिया था. लोग अपने बच्चों को लेकर अस्पताल जाने से बच रहे हैं. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को लगने वाले टीके औसतन कम लगे हैं. बिलासपुर में वर्तमान स्थिति में टीकाकरण के वार्षिक लक्ष्य 45 हजार 236 में 92.25 प्रतिशत को अंजाम दे दिया गया है.
इस साल अप्रैल से जुलाई महीने के बीच बिलासपुर जिले में टीकाकरण का ब्लॉकवाइज डाटा:
बिल्हा ब्लॉक
- 13 हजार 233 टीकाकरण का अनुमान
- आनुपातिक लक्ष्य- 4 हजार 411
- कुल 3 हजार 495 लोगों को लगाया गया टीका
- कुल 79.23 प्रतिशत लोगों को लगाया गया टीका
कोटा ब्लॉक
- 6 हजार 368 टीकाकरण का अनुमान
- आनुपातिक लक्ष्य- 2 हजार 123
- कुल 2 हजार 293 लोगों को दिया गया टीका
- कुल 108.01 प्रतिशत लोगों को लगाया गया टीका
मस्तूरी ब्लॉक - 8 हजार 303 टीकाकरण का अनुमान
- आनुपातिक लक्ष्य- 2 हजार 768
- कुल 2 हजार 638 लोगों को दिया गया टीका
- कुल 95.30 प्रतिशत लोगों को लगाया गया टीका
तखतपुर ब्लॉक - 8 हजार 195 टीकाकरण का अनुमान
- आनुपातिक लक्ष्य- 2 हजार 732
- कुल 2 हजार 375 लोगों को दिया गया टीका
- कुल 86.93 प्रतिशत लोगों को लगाया गया टीका
बिलासपुर (शहर) - 9 हजार 137 टीकाकरण का अनुमान
- आनुपातिक लक्ष्य- 3 हजार 46
- कुल 2 हजार 849 लोगों को दिया गया टीका
- कुल 93.53 प्रतिशत लोगों को लगाया गया टीका
पढ़ें: छत्तीसगढ़ में कोविड-19 टीकाकरण की प्रारंभिक तैयारियां शुरू
छत्तीसगढ़ में कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रारंभिक तैयारियां शुरू हो गई है. इसके लिए भारत सरकार के निर्देशों के अनुरूप प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकताओं का डॉटा-बेस तैयार किया जा रहा है.जिला प्रशासन भी इन दिनों कोरोना के वैक्सीन को लेकर तैयारी कर रहा है. जिलेभर के तमाम हेल्थ वर्कर के लिस्ट मंगाए गए हैं जिसे सेंट्रल टीम को सौंप दिया गया है. जिला स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में पहले से 18 स्टोरेज सेंटर हैं. इसके अलावा 15 अन्य स्टोरेज सेंटर का चिन्हांकन किया जा रहा है. जिले में 7 हजार से ज्यादा सरकारी हेल्थ वर्कर हैं और लगभग 11 हजार निजी हेल्थ वर्कर हैं. निर्देश के मुताबिक सबसे पहले इन्हें टीकाकरण का लाभ मिलेगा. जिले में कुल 15 से 17 हजार सरकारी-निजी हेल्थ वर्करों में फिलहाल 52 स्वास्थ्य केंद्रों में सरकारी कर्मी और 400 से ज्यादा केंद्रों में निजी हेल्थ वर्कर काम कर रहे हैं. वैक्सीन को तय तापमान पर लगातार स्टोरेज करना और इसे तमाम केंद्रों तक पहुंचाना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है. बहरहाल जरूरत इस बात की भी है कि शासन के टीकाकरण के इस अभियान को हमसब कमजोर ना होने दें ताकि कोरोना महामारी के बीच उन बीमारियों का प्रकोप न फैले जिसका टीका उपलब्ध है और जिसके लिए सालों तक मेहनत की गई है.