बिलासपुर : वर्तमान में पूरे देश में कोरोना की स्थिति पर गौर करें, तो कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने का प्रतिशत भले ही सुकून दे. लेकिन संक्रमण की रफ्तार से अभी भी हमारा देश सहमा हुआ है. देश और प्रदेश में हर रोज नए संक्रमित मिल रहे हैं. इधर बारिश की वजह से मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. डॉक्टर का कहना है कि इस दौरान ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि इस मौसम में वायरस तेजी से फैलते हैं. छत्तीसगढ़ में बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां पैस पसारने लगती हैं.
विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ एस के लाल ने ETV भारत से चर्चा करते हुए कहा कि बरसात के दिनों में ह्यूमिडिटी बढ़ने से वायरल फीवर और इन्फ्लूएंजा की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे माहौल में डॉक्टरों को साधारण रूप से बीमार व्यक्तियों को भी अलग से कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत बढ़ेगी. लिहाजा बरसात के मौसम में आम लोगों को कोविड से बचने के कड़े नियमों को और सख्ती से पालन करने की जरूरत है. उन्होंने ये भी कहा कि वायरल फीवर और कोविड-19 के मरीजों को डायग्नोस करने में भी मुश्किल आएगी साथ ही ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ेगी.
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11392 सैम्पलों का रिपोर्ट निगेटिव
बिलासपुर जिले में अभी तक 267 लोगों में कोरोना संक्रमण हुआ है. 179 व्यक्ति ठीक हो चुके हैं. अभी वर्तमान में 85 मरीज ऐक्टिव हैं और 11392 सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. स्थिति की गंभीरता और लगातार संक्रमण को देखते हुए शहर में नए 11 कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना से 15 की मौत
छत्तीसगढ़ में गुरुवार देर रात कोरोना संक्रमण के 133 नए केस सामने आए हैं. इसके साथ ही प्रदेश में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3 हजार 666 हो गई है. वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या 748 हो गई है. गुरुवार को सरगुजा के रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग की गुरुवार को रायपुर एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई. राज्य में कोरोना वायरस से 15 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है.