पेंड्रा: छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही सीट खाली हो गई है. फिलहाल मरवाही विधानसभा उपचुनाव की घोषणा भले ही ना हुई हो, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार मरवाही उपचुनाव को लेकर अपना रोडमैप तैयार कर चुकी है. ऐसे में बिजली की अघोषित कटौती सरकार के गले में फांस का काम कर रही है. इसी मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी सरकार को घेरते नजर आए.
मरवाही विधानसभा से अमित जोगी उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए गए हैं. इसके बाद से ही जूनियर जोगी सरकार पर लगातार हमलावर हैं. साथ ही बिजली की समस्या को लेकर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं, जबकि छत्तीसगढ कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने अमित जोगी के इस आमरण अनशन को महज राजनीति बता रहे हैं.
मंत्री जयसिंह अग्रवाल मरवाही की खुद मानिटरिंग कर रहे
मोहन मरकाम ने कहा कि मरवाही उपचुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ की सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. विकास के सभी रास्ते खोल दिए हैं. सरकार मरवाही में कांग्रेस का विधायक लाना चाहती है, जिसके तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल लगातार मरवाही की खुद मानिटरिंग कर रहे हैं.
अमित जोगी आमरण अनशन पर बैठे
बीते दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मरवाही में 354 करोड़ की विकास की सौगात दी है. बावजूद इसके बिजली के मुद्दे में सरकार अपने आप को कमजोर पा रही है. इलाके का सबसे बड़ा विद्युत सबस्टेशन बीते 15 दिन से दिक्कत कर रहा है. यही समस्या सभी विकास योजनाओं पर पलीता लगा रही है. इसी बात को लेकर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं.
मरवाही में बिजली कटौती बनी गले की फांस
प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने बिजली कटौती को तकनीकी समस्या बता रहे हैं. उनका कहना है कि यह समस्या ज्यादा दिन की समस्या नहीं है. हमने भी घोषणा की है, जल्दी सब कुछ ठीक हो जाएगा. जबकि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम का कहना है कि जनता कांग्रेस जोगी के नेता अमित जोगी बिजली के मुद्दे में राजनीति कर रहे हैं. 18 साल से उनका परिवार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहा है, क्या वह सोए हुए थे. वे अपनी नेतागिरी चमका रहे थे, उनको सिर्फ राजनीति दिखाई देती है.