बिलासपुर: मरवाही उपचुनाव के प्रचार-प्रसार के लिए आबकारी मंत्री कवासी लखमा अपने 3 दिवसीय दौरे पर मरवाही पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने 20 सभाएं की और अपने अनोखे अंदाज में कांग्रेस के पक्ष में वोट मांगा है. प्रचार-प्रसार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वे वापस बस्तर लौट गए हैं. बस्तर लौटने से पहले उन्होंने बिलासपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त हैं.
मरवाही से लौटते वक्त लखमा कांग्रेस की जीत को लेकर पूरी तरीके से आश्वस्त दिखे. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कांग्रेस जिला अध्यक्ष के पुत्र मोहनीश गुप्ता के ऊपर लगे आरोपों की निंदा की है. साथ ही पीड़ित परिवार के साथ न्याय करने की बात कही. उनका ये भी कहना था कि जिसने भी गलत किया कानून उसे सजा देगी. इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. पूरी वारदात निंदनीय है. जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने अपने बेटे को रोका है या नहीं होगा, इसके बारे में लखमा ने कहा उन्हें पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन जो कुछ भी हुआ वह ठीक नहीं हुआ है.
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'कोई कुछ भी करें फर्क नहीं पड़ता'
मरवाही विधानसभा चुनाव के बीच विधानसभा सत्र के कारण प्रचार पर पड़ने वाले अवसर पर कवासी लखमा ने कहा कि कार्यकर्ता यहां पर है और सत्र में जाना भी जरूरी है. हर बूथ सेक्टर में प्रभारी तैनात है और कांग्रेस का प्रचार-प्रसार कमजोर नहीं पड़ेगा. उन्होंने ये भी कहा कि मरवाही की जनता समझदार है. दोनों डॉक्टरों की दौड़ में कांग्रेस प्रत्याशी को स्पष्ट बहुमत के साथ जीत मिलेगी. वहींं अमित जोगी की न्याय यात्रा पर कवासी लखमा ने तंज कसते हुए कहा कि सबका अपना-अपना हिसाब है, कोई कुछ भी करें उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.
बीजेपी भी है तैयार
इधर, बीजेपी के नेता भी उपचुनाव में जीत का दावा कर रहे हैं. बीजेपी का कहना है कि जोगी परिवार को चुनाव मैदान से बाहर जाने का उन्हें फायद मिल सकता है. जोगी परिवार के साथ हुए बर्ताब से उनके समर्थक कांग्रेस से खासे नाराज हैं. जिसका फायदा बीजेपी को मिलेगा. बीजेपी के नेता लगातार क्षेत्र में दौरा करते हुए अपनी जीत का दावा कर रहे हैं.