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बरसात में बढ़ा मौसमी बीमारियों का खतरा, जानें बचने के उपाय

डॉक्टर लोगों को बदलते मौसम में बिमारियों से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं.

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Published : Jun 27, 2019, 10:46 PM IST

बिलासपुर: बरसात का सीजन लगते ही मौसमी बीमारियां फैलने लगी हैं. सिम्स और जिला अस्पताल में इन दिनों सर्दी, बुखार, डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. ऐसे में डॉक्टर लोगों को बदलते मौसम में बिमारियों से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं.

बरसात में बढ़ा मौसमी बीमारियों का खतरा

डॉक्टरों की राय
डॉक्टरों की मानें तो मौसम में अचानक बदलाव के कारण लोगों में वारयल इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही के वजह से लोग बीमार पड़ जाते हैं. बदलते मौसम में चाहिए कि लोग ज्यादा से ज्यादा साफ-सफाई और खान-पान पर ध्यान दें. साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इस कदर विकसित करें कि मौसम का बदलाव भी शरीर पर खास प्रभाव न छोड़ सके.

पढ़ें- अजीत जोगी की जाति मामले में अब कल होगी सुनवाई

ऐसे करें बचाव

  • बदलते मौसम में शरीर को ढ़लने में थोड़ा वक्त लगता है. इसलिए शरीर को ज्यादा ऐसी या कूलर का आदी न बनाएं.
  • बदलते मौसम में पेट की समस्या, त्वचा की समस्या, सर्दी और बुखार की समस्याओं की संभावना बढ़ जाती हैं. इसलिए लोगों को चाहिए कि इन समस्याओं के कारणों पर विशेष ध्यान दें और तकलीफ बढ़ने पर डॉक्टर से परामर्श लें.
  • ये समय वायरल इंफेक्शन का होता है. इसलिए लोग भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें. साथ ही खान-पान में शुद्धता का विशेष ध्यान दें.

बिलासपुर: बरसात का सीजन लगते ही मौसमी बीमारियां फैलने लगी हैं. सिम्स और जिला अस्पताल में इन दिनों सर्दी, बुखार, डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. ऐसे में डॉक्टर लोगों को बदलते मौसम में बिमारियों से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं.

बरसात में बढ़ा मौसमी बीमारियों का खतरा

डॉक्टरों की राय
डॉक्टरों की मानें तो मौसम में अचानक बदलाव के कारण लोगों में वारयल इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही के वजह से लोग बीमार पड़ जाते हैं. बदलते मौसम में चाहिए कि लोग ज्यादा से ज्यादा साफ-सफाई और खान-पान पर ध्यान दें. साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इस कदर विकसित करें कि मौसम का बदलाव भी शरीर पर खास प्रभाव न छोड़ सके.

पढ़ें- अजीत जोगी की जाति मामले में अब कल होगी सुनवाई

ऐसे करें बचाव

  • बदलते मौसम में शरीर को ढ़लने में थोड़ा वक्त लगता है. इसलिए शरीर को ज्यादा ऐसी या कूलर का आदी न बनाएं.
  • बदलते मौसम में पेट की समस्या, त्वचा की समस्या, सर्दी और बुखार की समस्याओं की संभावना बढ़ जाती हैं. इसलिए लोगों को चाहिए कि इन समस्याओं के कारणों पर विशेष ध्यान दें और तकलीफ बढ़ने पर डॉक्टर से परामर्श लें.
  • ये समय वायरल इंफेक्शन का होता है. इसलिए लोग भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें. साथ ही खान-पान में शुद्धता का विशेष ध्यान दें.
Intro:बरसात का सीज़न लगते ही इन दिनों बदलते मौसम में मौसमी बीमारियां भी फैलने लगी है । शहर के ही सिम्स व जिला अस्पताल में इन दिनों सर्दी,बुखार, डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है ।


Body:विशेषज्ञ डॉक्टरों की मानें तो मौसम में अचानक बदलाव के कारण लोगों में वारयल इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है और थोड़ी सी लापरवाही के वजह से लोग बीमार हो जाते हैं। बदलते मौसम में चाहिए कि लोग अधिक से अधिक साफ सफाई और खान पान पर ध्यान दे । वहीं शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इस कदर विकसित करे कि मौसम का बदलाव भी शरीर पर खास प्रभाव ना छोड़ सके ।


Conclusion:बदलते मौसम में शरीर को ढलने में थोड़ा वक्त लगता है , इसलिए शरीर को अधिक से अधिक ऐसी या कूलर का आदी ना बनाएं । बदलते मौसम में पेट की समस्या, त्वचा की समस्या, सर्दी और बुखार की समस्याओं की संभावना अधिक रहती है । इसलिए लोगों को चाहिए कि इन समस्याओं के कारणों पर विशेष ध्यान दें और तकलीफ़ बढ़ने पर डॉक्टरी परामर्श लें । बदलाव वाला समय वायरल इंफेक्शन का होता है । इसलिए लोग भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें और खान पान में सुद्धता का विषय ध्यान दें।
बाईट..... डॉ आरती पांडेय, विशेषज्ञ चिकित्सक
विशाल झा..... बिलासपुर
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