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Error in Electricity Bill: वीसीए चार्ज के नाम पर बिजली विभाग की मनमानी, उपभोक्ताओं से वसूला जा रहा ज्यादा बिल !

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Published : Feb 21, 2023, 3:47 PM IST

State Electricity Distribution Company छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के 48 लाख उपभोक्ताओं को ये पता ही नहीं कि बिजली विभाग धीरे से उनकी जेबों पर डाका डाल रहा है. बिजली बिल में वीसीए चार्ज जोड़कर अपने ग्राहकों को लूट रहा है. इस चार्ज में बिजली कंपनी उपभोगताओं से ईंधन चार्ज के नाम पर प्रति यूनिट 1 रुपए 10 पैसे वसूल रहा है.

Error in Electricity Bill
वीसीए चार्ज के नाम पर उपभोक्ताओं से वसूली
वीसीए चार्ज के नाम पर वसूली

बिलासपुर: राज्य में बिजली उत्पादन के अच्छे साधन हैं, प्रदेश में बिजली की कमी भी नहीं है, लेकिन इस समय अचानक लोगों के बिजली बिल में बढ़ोतरी होने लगी है. उपभोगता समझ भी नहीं पा रहे हैं कि आखिर इतना ज्यादा बिल कैसे आ रहा है. बिजली बिल की बिना जांच किए ही उपभोक्ता बिल का भुगतान कर रहे हैं. राज्य सरकार बिजली बिल हाफ योजना के तहत उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने की बात तो कह रही है, लेकिन चुपके से कोयला के दाम में हुई बढ़ोतरी पर वीसीए (वेरीयेबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट) के नाम पर अतिरिक्त चार्ज भी वसूल रही है. इससे बिजली बिल में अचानक बढ़ोतरी हो गई है.



बिजली बिल हाफ योजना का वादा: राज्य में कांग्रेस सरकार बनने से पहले कांग्रेस ने बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल माफी योजना का वादा किया था और सरकार बनने के बाद इस वादे को पूरा भी किया जा रहा है लेकिन इसमें कई शर्तें भी है. घरेलू कनेक्शन में 4 सौ यूनिट तक बिजली खपत पर ये योजना लागू होती है और उससे ज्यादा खपत में ये शिथिल हो जाती है. अब वीसीए चार्ज बढ़ा कर सरकार उस घाटे को पूरा भी कर रही है. बिजली बिल कंपनी 1 रुपए 10 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल चार्ज यानी कोयले की लागत में पड़ने वाले प्रभाव के चलते ग्राहकों से वसूल रही है.


वीसीए चार्ज से बढ़ रहे बिल: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी उपभोक्ताओं से कई अलग-अलग तरह के बिल चार्ज करती है, जिसमें वीसीए चार्ज भी शामिल है. पहले भी वीसीए चार्ज लगता था, जो कुछ पैसों में लिया जाता था जिससे बिजली बिल में ज्यादा फर्क नहीं पड़ता था. लेकिन फरवरी माह में मिले बिजली बिल में वीसीए चार्ज बढ़ा हुआ नजर आ रहा है. सीएसपीडीसीएल में वेरिएबल कॉस्ट एडजस्टमेंट के नाम पर प्रति यूनिट 1 रुपए 10 पैसे चार्ज कर रही है, और यही कारण है कि बिजली बिल में बढ़ोतरी नजर आ रहा हैं.



क्या है वीसीए चार्ज: वीसीए चार्ज यानी वेरिएबल कास्ट एडजेस्टमेंट होता है. यह ईंधन की खपत को लेकर लिया जाता है. बिजली उत्पादन में कोयला जलाकर बिजली उत्पादित किया जाता है और इस समय राज्य सरकार कोयले की कीमत बढ़े होने की बात कहते हुए वीसीए चार्ज लगाया जा रहा है. राज्य सरकार प्रदेश के 48 लाख परिवारों से अरबों रुपए वीसीए चार्ज ले रही है, जिसकी वजह से आम लोगों की जेब ढीली हो रही है.

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400 यूनिट पर प्रभावी रहता है चार्ज: कार्यपालन अभियंता सुरेश जांगड़े ने बताया कि "भले ही बिजली बिल हाफ योजना के तहत 400 यूनिट खपत करने वाले उपभोक्ताओं को 2 सौ यूनिट का पैसा देना होता है. लेकिन वीसीए चार्ज पूरे 400 यूनिट पर प्रभावशील होता है. यानी खपत के यूनिट के हिसाब से लिया जाता है."



सरकार पर भाजपा ने लगाए आरोप: बिजली बिल में हुई बढ़ोतरी को लेकर जहां सरकार और अधिकारी कोयले की खपत और कीमत को लेकर अपना पक्ष मजबूत कर रहे हैं, वहीं इस मामले में विपक्षी पार्टी भाजपा के पदाधिकारियों ने सरकार पर जनता को लूटने का आरोप लगाया है. बिलासपुर के भाजपा पश्चिम मंडल अध्यक्ष राजेश दुसेजा और पार्षद रमेश जयसवाल ने कहा कि सरकार भले ही बिजली बिल हाफ योजना की बात कह रही है, लेकिन अतिरिक्त चार्ज लगाकर जनता को लूट भी रही है.




जनता को मालूम नहीं क्या है वीसीए चार्ज: बिजली बिल उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को वीसीए चार्ज के विषय में जानकारी ही नहीं है. वह तो सिर्फ बिजली बिल पटाने की तारीख और कितना रुपए बिल आया है यही देखते हैं. मसानगंज के रहने वाले अमित तिवारी ने बताया कि वीसीए चार्ज क्या है वह नहीं जानते. क्यों लिया जा रहा है यह भी नहीं जानते. उनका कहना है कि अगर सरकार अतिरिक्त चार्ज ले रही है तो उनके बजट में प्रभाव पड़ेगा. अमित तिवारी ने कहा कि सरकार बिजली बिल हाफ योजना जब चला रही हैं तो फिर इस तरह से अलग से चार्ज लेकर जनता को क्यों परेशान कर रहे हैं. वैसे ही जनता महंगाई की मारी हुई है और बिजली बिल में चार्ज बढ़ने से उनकी जेब और ढीली हो रही है.

वीसीए चार्ज के नाम पर वसूली

बिलासपुर: राज्य में बिजली उत्पादन के अच्छे साधन हैं, प्रदेश में बिजली की कमी भी नहीं है, लेकिन इस समय अचानक लोगों के बिजली बिल में बढ़ोतरी होने लगी है. उपभोगता समझ भी नहीं पा रहे हैं कि आखिर इतना ज्यादा बिल कैसे आ रहा है. बिजली बिल की बिना जांच किए ही उपभोक्ता बिल का भुगतान कर रहे हैं. राज्य सरकार बिजली बिल हाफ योजना के तहत उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने की बात तो कह रही है, लेकिन चुपके से कोयला के दाम में हुई बढ़ोतरी पर वीसीए (वेरीयेबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट) के नाम पर अतिरिक्त चार्ज भी वसूल रही है. इससे बिजली बिल में अचानक बढ़ोतरी हो गई है.



बिजली बिल हाफ योजना का वादा: राज्य में कांग्रेस सरकार बनने से पहले कांग्रेस ने बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल माफी योजना का वादा किया था और सरकार बनने के बाद इस वादे को पूरा भी किया जा रहा है लेकिन इसमें कई शर्तें भी है. घरेलू कनेक्शन में 4 सौ यूनिट तक बिजली खपत पर ये योजना लागू होती है और उससे ज्यादा खपत में ये शिथिल हो जाती है. अब वीसीए चार्ज बढ़ा कर सरकार उस घाटे को पूरा भी कर रही है. बिजली बिल कंपनी 1 रुपए 10 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल चार्ज यानी कोयले की लागत में पड़ने वाले प्रभाव के चलते ग्राहकों से वसूल रही है.


वीसीए चार्ज से बढ़ रहे बिल: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी उपभोक्ताओं से कई अलग-अलग तरह के बिल चार्ज करती है, जिसमें वीसीए चार्ज भी शामिल है. पहले भी वीसीए चार्ज लगता था, जो कुछ पैसों में लिया जाता था जिससे बिजली बिल में ज्यादा फर्क नहीं पड़ता था. लेकिन फरवरी माह में मिले बिजली बिल में वीसीए चार्ज बढ़ा हुआ नजर आ रहा है. सीएसपीडीसीएल में वेरिएबल कॉस्ट एडजस्टमेंट के नाम पर प्रति यूनिट 1 रुपए 10 पैसे चार्ज कर रही है, और यही कारण है कि बिजली बिल में बढ़ोतरी नजर आ रहा हैं.



क्या है वीसीए चार्ज: वीसीए चार्ज यानी वेरिएबल कास्ट एडजेस्टमेंट होता है. यह ईंधन की खपत को लेकर लिया जाता है. बिजली उत्पादन में कोयला जलाकर बिजली उत्पादित किया जाता है और इस समय राज्य सरकार कोयले की कीमत बढ़े होने की बात कहते हुए वीसीए चार्ज लगाया जा रहा है. राज्य सरकार प्रदेश के 48 लाख परिवारों से अरबों रुपए वीसीए चार्ज ले रही है, जिसकी वजह से आम लोगों की जेब ढीली हो रही है.

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400 यूनिट पर प्रभावी रहता है चार्ज: कार्यपालन अभियंता सुरेश जांगड़े ने बताया कि "भले ही बिजली बिल हाफ योजना के तहत 400 यूनिट खपत करने वाले उपभोक्ताओं को 2 सौ यूनिट का पैसा देना होता है. लेकिन वीसीए चार्ज पूरे 400 यूनिट पर प्रभावशील होता है. यानी खपत के यूनिट के हिसाब से लिया जाता है."



सरकार पर भाजपा ने लगाए आरोप: बिजली बिल में हुई बढ़ोतरी को लेकर जहां सरकार और अधिकारी कोयले की खपत और कीमत को लेकर अपना पक्ष मजबूत कर रहे हैं, वहीं इस मामले में विपक्षी पार्टी भाजपा के पदाधिकारियों ने सरकार पर जनता को लूटने का आरोप लगाया है. बिलासपुर के भाजपा पश्चिम मंडल अध्यक्ष राजेश दुसेजा और पार्षद रमेश जयसवाल ने कहा कि सरकार भले ही बिजली बिल हाफ योजना की बात कह रही है, लेकिन अतिरिक्त चार्ज लगाकर जनता को लूट भी रही है.




जनता को मालूम नहीं क्या है वीसीए चार्ज: बिजली बिल उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को वीसीए चार्ज के विषय में जानकारी ही नहीं है. वह तो सिर्फ बिजली बिल पटाने की तारीख और कितना रुपए बिल आया है यही देखते हैं. मसानगंज के रहने वाले अमित तिवारी ने बताया कि वीसीए चार्ज क्या है वह नहीं जानते. क्यों लिया जा रहा है यह भी नहीं जानते. उनका कहना है कि अगर सरकार अतिरिक्त चार्ज ले रही है तो उनके बजट में प्रभाव पड़ेगा. अमित तिवारी ने कहा कि सरकार बिजली बिल हाफ योजना जब चला रही हैं तो फिर इस तरह से अलग से चार्ज लेकर जनता को क्यों परेशान कर रहे हैं. वैसे ही जनता महंगाई की मारी हुई है और बिजली बिल में चार्ज बढ़ने से उनकी जेब और ढीली हो रही है.

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