बिलासपुर: कोरोना के कहर से शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा जो प्रभावित न हुआ हो. कोविड 19 की वजह से दुकानदारों का व्यापार किस तरह प्रभावित हुआ है, ये रेलवे स्टेशन के आसपास के दुकानदारों की बातों से समझा जा सकता है. दुकानें सूनी नजर आ रही है और ग्राहकी तो बिल्कुल चौपट. बिलासपुर रेलवे स्टेशन में सामान्य दिनों में रोजाना कई ट्रेनों का परिचालन हुआ करता था. लेकिन कोरोना से सब कुछ थम सा गया है. इसका सीधा असर स्टेशन के आसपास चल रहे कई स्थाई और अस्थाई दुकानदारों की ग्राहकी पर पड़ा है.
कारोबार में आई गिरावट
दुकानदारों और कर्मचारियों की मानें तो फिलहाल उनका 10 से 20 परसेंट तक का कारोबार ही हो पा रहा है. दुकानदार बताते हैं कि जब पैसेंजर ट्रेनें चलती थी तो लोकल यात्रियों के कारण उनका बिजनेस फलफूल रहा था. लेकिन अब कोरोना की वजह से लोगों की कमाई पर तो असर पड़ा ही है साथ ही इन दुकानदारों का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग और कोरोना संक्रमण के डर से होटलों और रेस्टेरेंट में जाने से भी बच रहे हैं.
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दुकानों में काम करने वाले स्टाफ का वेतन हुआ आधा
बड़े दुकानदारों ने इन दिनों कम कमाई की वजह से कर्मचारियों की छंटनी भी शुरू कर दी है. साथ ही कर्मचारियों के वेतन में कटौती भी की जा रही है. होटल संचालक हरप्रीत बताती हैं कि उनके पास रोज पुराने स्टाफ का फोन आता है, जो अब काम न होने की वजह से घर पर बैठे हुए हैं. हरप्रीत ने बताया कि स्टाफ को भी हमारी कमाई का अंदाजा है और वो भी हमारी मजबूरी खूब समझ रहे हैं. हम भी चाहते हैं कि जल्द ट्रेनों का परिचालन शुरू हो, जिससे हमारी आर्थिक स्थिति दुरुस्त हो सके. आलम ये है कि कई बार कारोबार चलाने के लिए इन व्यवसायियों को घर से भी पैसा लगाना पड़ रहा है. हरप्रीत ने बताया कि पहले जहां 25 से 30 कर्मचारियों से काम लेते थे, वहीं अब हमारे पास 10 कर्मचारी भी नहीं हैं.
भविष्य के लिए चला रहे कारोबार
होटल संचालक बीके मिश्रा भी यही दुःख व्यक्त करते नजर आए. उन्होंने कहा कि बस बेहतर भविष्य की उम्मीद के साथ वे अपना कारोबार चला रहे हैं. बहरहाल कोरोना से पूरी दुनिया प्रभावित हुई है. अब व्यापारी भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द से जल्द इस महामारी पर नियंत्रण हो और जल्द ही इन सभी का कारोबार पटरी पर लौटे.