बिलासपुर: कोरोना काल में छत्तीसगढ़ के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में सूखा राशन बांटा जा रहा है. क्योंकि स्कूल बंद हैं और मिड डे मील योजना के तहत स्कूली बच्चों को जो खाना बांटा जा रहा था उसके एवज में सूखा राशन देने का फैसला लिया गया था. अब इस वितरण में घपले का आरोप विपक्ष लगा रहा है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि कोरोना काल के दौरान स्कूलों में सूखा राशन वितरण के दौरान घोटाला हुआ है. इस मुद्दे पर धरमलाल कौशिक ने जांच की मांग की है. सरकार से मांग करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि इस पूरे मुद्दे पर एक कमेटी बनाई जानी चाहिए. जो इस तरह के भ्रष्टाचार की जांच करे.
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टेंडर बुलाकर दिया जाना चाहिए था ऑर्डर
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि टेंडर बुलाकर सूखा राशन वितरण का कार्य किया जाना चाहिए था. लेकिन सरकार ने बिना टेंडर बुलाए नियमों को तोड़कर ये ऑर्डर दिए हैं. पिछले विधानसभा सत्र के दौरान जब इस मुद्दे से जुड़े सवाल किए गए थे. तब इस बात का खुलासा हुआ था. धरमलाल कौशिक ने कहा कि इसलिए उन्होंने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर इस विषय में जांच की मांग की है.
जांच कमेटी बनाई जाए: धरमलाल कौशिक
धरमलाल कौशिक ने कहा कि यह पूरा मामला स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है. इसलिए इसमें जांच की आवश्यकता है. एक निष्पक्ष जांच के बाद ही पूरे मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी और किस प्रकार का घपला हुआ है इसका खुलासा हो पाएगा. उन्होंने जल्द से जल्द इस गंभीर विषय में जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.