बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल ने पेंड्रा-गौरेला और मरवाही को मिलाकर एक नए राजस्व जिले की घोषणा की है. इसके बाद कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 110 किमी दूर स्थित कोरबा का पसान और उसके आस-पास के लगभग 42 गांव के लोग अपने क्षेत्र को नवगठित जिले में शामिल किए जाने की मांग कर रहे हैं.
इसी कड़ी में पसान और उसके आस-पास के अन्य गांव के लोग और जनप्रतिनिधि प्रशांत संघर्ष समिति के बैनर तले पेंड्रा पहुंचे. जहां सैंकड़ों के संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान ग्रामीणों ने पसान उप तहसील को नवगठित पेंड्रा गौरेला मरवाही जिले में शामिल किए जाने की मांग की है.
विकास से कोसों दूर है गांव
पेंड्रा के एसडीएम कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि कोरबा जिला मुख्यालय से 110 किलोमीटर दूर स्थित है. इतना ही नहीं ब्लॉक मुख्यालय पोड़ी भी 50 किलोमीटर दूर स्थित हैं, जिससे उनका क्षेत्र विकास से कोसों दूर है. ग्रामीणों ने कहा कि उनका क्षेत्र पूरी तरह से वनांचल है, जिससे जिला मुख्यालय तक जाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है.
बता दें कि 15 अगस्त को सीएम भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर से पेंड्रा-गौरेला और मरवाही को मिलाकर नए जिले की घोषणा की थी.