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उमर अब्दुल्ला ने क्षेत्रीय कश्मीरी भाषा में शपथ ली, बडगाम विधानसभा सीट से छोड़ी विधायकी

विधायकों की जय-जयकार के बीच उमर ने कश्मीरी भाषा में शपथ ली. इस दौरान विधानसभा में मौजूद सदस्य हैरान रह गए. ईटीवी भारत संवाददाता मीर फरहत की रिपोर्ट...

Omar take oath in Kashmiri
उमर अब्दुल्ला ने क्षेत्रीय कश्मीरी भाषा में शपथ ली (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 21, 2024, 4:17 PM IST

Updated : Oct 21, 2024, 4:31 PM IST

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज केंद्र शासित प्रदेश विधानसभा के विधायक के रूप में शपथ ली, जब निर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने शपथ दिलाई.उमर ने क्षेत्रीय कश्मीरी भाषा में शपथ ली, जिससे उनके लिए जयकारे लगाने वाले विधायक हैरान रह गए.

वहीं, सीएम उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल विधानसभा सीट बरकरार रखी और बडगाम सीट छोड़ दिया है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रो-टेम स्पीकर मुबारक गुल ने इसकी घोषणा की.

अपने पिता डॉ. फारूक अब्दुल्ला के विपरीत, उमर को 1998 में 28 साल की उम्र में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने के बाद से कश्मीरी भाषा में बोलने में दिक्कत आ रही है.विधानसभा चुनावों के दौरान, उमर ने कुछ कश्मीरी शब्द बोलना शुरू किया, हालांकि, उन्हें कश्मीरी लहजे में बोलने में दिक्कत आ रही थी. नामांकन दाखिल करने के दिन गांदरबल विधानसभा क्षेत्र में उनका "म्याऊन टूप" शब्द वायरल हो गया.

उमर अब्दुल्ला ने क्षेत्रीय कश्मीरी भाषा में शपथ ली (ETV Bharat)

उमर ने गांदरबल में अपनी कढ़ाई वाली टोपी उतार दी थी और मतदाताओं से उनकी गरिमा का सम्मान करने और उन्हें विधानसभा में चुनने का आग्रह किया था. जम्मू में मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले भाषण में उमर ने कश्मीरी शब्द "मौक्लौ" (समाप्त) बोला जो वायरल भी हुआ. उन्होंने यह शब्द कार्यकर्ताओं को संसदीय चुनाव में निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद से मिली हार की याद दिलाते हुए कही.

प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने आज श्रीनगर विधानसभा परिसर में 90 विधायकों को शपथ दिलाई और विधानसभा में छह साल बाद यह गतिविधि देखने को मिली, जब पीडीपी-बीजेपी सरकार खत्म होने और 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ था.

ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य बनाने के प्रस्ताव को उपराज्यपाल की मंजूरी

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज केंद्र शासित प्रदेश विधानसभा के विधायक के रूप में शपथ ली, जब निर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने शपथ दिलाई.उमर ने क्षेत्रीय कश्मीरी भाषा में शपथ ली, जिससे उनके लिए जयकारे लगाने वाले विधायक हैरान रह गए.

वहीं, सीएम उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल विधानसभा सीट बरकरार रखी और बडगाम सीट छोड़ दिया है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रो-टेम स्पीकर मुबारक गुल ने इसकी घोषणा की.

अपने पिता डॉ. फारूक अब्दुल्ला के विपरीत, उमर को 1998 में 28 साल की उम्र में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने के बाद से कश्मीरी भाषा में बोलने में दिक्कत आ रही है.विधानसभा चुनावों के दौरान, उमर ने कुछ कश्मीरी शब्द बोलना शुरू किया, हालांकि, उन्हें कश्मीरी लहजे में बोलने में दिक्कत आ रही थी. नामांकन दाखिल करने के दिन गांदरबल विधानसभा क्षेत्र में उनका "म्याऊन टूप" शब्द वायरल हो गया.

उमर अब्दुल्ला ने क्षेत्रीय कश्मीरी भाषा में शपथ ली (ETV Bharat)

उमर ने गांदरबल में अपनी कढ़ाई वाली टोपी उतार दी थी और मतदाताओं से उनकी गरिमा का सम्मान करने और उन्हें विधानसभा में चुनने का आग्रह किया था. जम्मू में मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले भाषण में उमर ने कश्मीरी शब्द "मौक्लौ" (समाप्त) बोला जो वायरल भी हुआ. उन्होंने यह शब्द कार्यकर्ताओं को संसदीय चुनाव में निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद से मिली हार की याद दिलाते हुए कही.

प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने आज श्रीनगर विधानसभा परिसर में 90 विधायकों को शपथ दिलाई और विधानसभा में छह साल बाद यह गतिविधि देखने को मिली, जब पीडीपी-बीजेपी सरकार खत्म होने और 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ था.

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Last Updated : Oct 21, 2024, 4:31 PM IST
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