बिलासपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरुवा, घुरवा अउ बाड़ी को अधिकारी और ठेकेदार पलीता लगा रहे हैं. इसका नजारा गौरेला ब्लॉक में देखने को बखूबी मिल रहा है. जहां पर गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य के खुलासे के बाद जवाबदार जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय मामले की लीपापोती करने में लगे हैं.
दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, गुरुवा अउ बाड़ी के तहत गौरेला के धनौली ग्राम पंचायत में गौठान का निर्माण कराया था, लेकिन गौठानों में अव्यवस्था का आलम पसरा है. 3 एकड़ में बने गौठान में न पानी की कोई सुविधा और न ही यहां मवेशी रहते हैं.
गौठान निर्माण में भ्रष्टाचार
गौठान में जो चारागाह का निर्माण कराया गया है, उसमें पंचायत ने गजब ही कर दिया है. चारागाह के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया है, जिससे चारागाह का हाल बिल्कुल खस्ताहाल है.
कैमरे से बचते नजर आए अधिकारी
मामले में गौरेला जनपद पंचायत CEO ओपी शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने कैमरे पर कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया. इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अधिकारी प्रदेश के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए कितने सजग हैं. वहीं मामले में प्रोजेक्ट ऑफिसर रोशन सराफ का कहना है कि गौठान के निर्माण में लापरवाही बरती गई है, लेकिन इसे जल्द ही सुधार लिया जाएगा.