बिलासपुर: राज्य में कांग्रेस की सरकार बनाने में सबसे बड़ा हाथ जमीनी स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का है. इन्हीं कार्यकर्ताओं को सरकार आने के बाद बड़े नेता भूल गए थे. अब उन्हें दोबारा राज्य में सरकार बनाने में कार्यकर्ताओं की आवश्यकता है, और यही कारण है कि अब कांग्रेस के संगठन के नेता कार्यकर्ता की पूछ परख करने लगे है.
कांग्रेस आया इलेक्शन मोड में: कांग्रेस प्रदेश में "कांग्रेस की आवाज, वक्ता अभियान" के तहत जिला मुख्यालयों में बैठक कर रही है. इस बैठक के बहाने नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने और उन्हें पद देकर सम्मानित कर उन्हें खुश कर रही है. विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं से मतदाताओं को रिझाने और अपने पक्ष में वोट कराने कांग्रेस संगठन के बड़े नेता कार्यकर्ताओं को खुश करने लगे हैं. कांग्रेस राज्य में दोबारा सरकार बना सके इस लिए कार्यकर्ताओं को मनाया जा रहा है और कार्यकर्ता भी अपना पूरा गुस्सा नेताओं पर निकाल रहे हैं.
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अपना नंबर बढ़ाने नेता ले रहें कार्यकर्ताओं का सहारा: नाम नहीं बताने की शर्त पर एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि "शहर, जिला और प्रदेश स्तर के नेता संगठन में अपना नंबर बढ़ाने और अपनी पहचान बरकरार रखने कार्यकर्ताओं का सहारा ले रहे हैं. क्योंकि कार्यकर्ता जितना अच्छा काम करेगा, आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को उसका लाभ मिलेगा. पार्टी को लाभ मिलने की वजह से नेताओं का नंबर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सामने बढ़ेगा. यही कारण है कि अब 4 साल जिन्हें गेट से बाहर रखा गया था उन्हें अब आमंत्रित कर खुश करने की कोशिश बड़े नेता कर रहे हैं."