बिलासपुर :भारतीय रिजर्व बैंक ने बाजार से 2 हजार के नोट चलन से बाहर करने की घोषणा की है. आरबीआई के इस एलान से एक बार फिर आम जनता सकते में आ गई है. लोगों को अब फिर से वही नजारा आंखों में दिखने लगा है. जब 2016 में एक हजार और 5 सौ के नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे. आम जनता इस बार उसी तरह का माहौल होने से घबरा गई है. लोग अब थोड़ी बहुत जमा की हुई पूंजी को लेकर चिंता में पड़ गए हैं. उन्हें फिर से बैंकों में लाइन लगना होगा और नोट बदलवाने होंगे. लोग इस बार आरबीआई के ऐलान को लेकर असमंजस में हैं, फिर उन्हें परेशान होना पड़ सकता है. ऐसे में लोग अपनी अपनी अलग अलग तरह की राय दे रहे हैं.
क्या है जनता का कहना ? : इस मामले में आम जनता से बात करने पर उनमें असमंजस की स्थिति नजर आई. कुछ लोगों का कहना था कि,"थोड़ी बहुत पूंजी वह जमा करके रखे हैं. ताकि अति आवश्यक कार्य आने पर उसे वह खर्च कर सकें. लेकिन अब इस बात से भी डरे हुए हैं कि बैंकों में लाइन लगाकर उन्हें अपने नोट बदलने होंगे. इस मामले में कुछ लोगों का कहना है कि सबसे ज्यादा परेशानी घरेलू महिला और छोटे बिजनेस करने वालों को हो सकती है, क्योंकि इस समय लोग ज्यादा से ज्यादा 2 हजार के नोट निकाल कर उससे खरीदी कर रहे हैं ताकि वे अपने नोट खपा सके."
छोटे व्यापारियों को होगी परेशानी : बिलासपुर के मस्तूरी क्षेत्र के किसान और कपड़े के व्यापारी विनय शुक्ला ने बताया कि "बिजनेस में फर्क तो पड़ सकता है, साथ ही किसान थोड़ी बहुत पूंजी खेती के लिए घर में बचा कर रखता है. ऐसे में हर व्यक्ति बड़े नोट को रखने में सहूलियत समझता है. इसलिए उन्हें 2000 के नोट चलन से बाहर होने पर सबसे ज्यादा समस्या होगी. महिलाएं 2000 के नोट ज्यादातर अपने पास रखती हैं और अब नोट बदलने के लिए उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.''
व्यापार पर पड़ेगा असर : कपड़ा दुकान संचालक विजय वर्मा ने बताया कि "आरबीआई के ऐलान के बाद शुक्रवार शाम से ही लोग कपड़ा खरीदी करने पहुंचने वाले ग्राहक 2000 के नोट देकर खरीदी कर रहे हैं. ऐसे में धीरे-धीरे कर उनके पास बहुत ज्यादा 2000 के नोट जमा हो जाएंगे. फिर बैंक में उन्हें लाइन लगाने की समस्या होगी. नोट बदलने की वजह से उनके दुकान में प्रभाव पड़ेगा. नोट बदलना भी जरूरी है और दुकान खोलना भी और दोनों एक साथ नहीं हो सकता. यदि दुकान खोलेंगे तो नोट रखे रह जाएंगे और नोट बदलने जाएंगे तो दुकान बंद करना पड़ेगा.''
कांग्रेस ने केंद्र पर साधा निशाना : 2000 के नोट चलन से बाहर होने के मामले में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ''2016 में जिस तरह का माहौल बना था, केंद्र सरकार फिर वही माहौल बनाना चाहती है. उस समय बैंकों लाइन लगने की वजह से इतनी परेशानी हो रही थी कि लाइन लगने वाले व्यक्तिय बीमार हो जा रहे थे और कई की मौत भी हो गई थी. इस बार भी वही स्थिति उत्पन्न हो सकती है. ऐसे में सरकार के अब दिन पूरे हो गए हैं. आम जनता इस सरकार से त्रस्त हो गई है और आने वाले लोकसभा चुनाव में आम जनता यह ठान कर रखी है कि चाहे कितना भी नोटबंदी कर लो अब वे सरकार बंदी करने के मूड में आ गए हैं.''
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शनिवार के कारण बैंकों में भीड़ नहीं : शुक्रवार को आरबीआई के ऐलान के बाद राज्य में शनिवार को शासकीय छुट्टी होती है. छुट्टी होने की वजह से कई लोग बैंक नहीं पहुंचते हैं. शनिवार को बैंक खाली दिखे. आम जनता बैंकों में नहीं पहुंची थी. 2000 के नोट के विषय में आरबीआई के ऐलान के बाद बाजार में इस समय बहुत कम लोग 2000 के नोट ले रहे हैं. दुकानदार भी नोटों के बंद होने की बात कह रहे हैं.