गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के सेनेटोरियम जिला अस्पताल परिसर में बनाए गए नए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल और कोविड लैब का लोकार्पण किया. इसके लोकार्पण के बाद यहां के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और उन्हें इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा.
150 ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ 66 बेड की मिलेगी सुविधा
डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में 150 ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था है. जिसमें अस्पताल को सीजीएमएससी की ओर से 50 और जिला खनिज संस्थान से 100 सिलेंडर दिया गया है. इसके माध्यम से मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा सकेगा. जिले के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के ICU में 44 नॉर्मल ऑक्सीजनेटेड बेड, 6 HDU बेड, 6 ICU बेड के साथ 66 बेड्स की सुविधा मरीजों को मिलेगी.
कोरोना पीड़ित गंभीर मरीजों का जिले में इलाज संभव
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के कोविड अस्पताल में 6 बेड्स पोस्ट और प्री प्रेग्नेंट कोविड महिलाओं के उपचार के लिए आरक्षित है. अस्पताल के संचालन के लिए 7 डॉक्टर और 6 नर्स मरीजों की देखभाल के लिए चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे. इससे कोरोना पीड़ित गंभीर मरीजों के इलाज में आसानी होगी. कई बार गंभीर मरीजों को इलाज के लिए दूसरे जिलों में भेज दिया जाता था, लेकिन अब डेडिकेटेड अस्पताल के होने से मरीजों का इलाज जिले में ही संभव हो सकेगा. इस सुविधा से राहत यह रहेगी कि कोरोना संक्रमण के बीच लोगों को बेहतर उपचार के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा.