बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव में महिला कर्मचारियों को इलेक्शन ड्यूटी में राहत दी जाएगी. महिलाओं की जिस जगह पर पोस्टिंग होगी, वहीं उनको चुनावी ड्यूटी दी जाएगी. इससे सुरक्षा सहित कई मामलों में महिलाओं को राहत मिलेगी.
जहां पोस्टिंग वहीं लगेगी ड्यूटी: पोलिंग पार्टी एंट्री सिस्टम साॅफ्टवेयर में महिला कर्मचारियों की एंट्री की जा रही है. इनकी ड्यूटी जरूरत पड़ने पर मैनुअल तौर पर उसी जगह लगाई जाएगी, जहां उनकी पोस्टिंग है. जबकि पुरुष कर्मचारियों का क्षेत्र नहीं बदला जाएगा. उनका नाम उस साॅफ्टवेयर से बाहर रखा जाएगा, जिसके जरिए रेंडमाइजेशन के तहत पोलिंग पार्टियां तय होती है.
रात में बूथ पर रुकने की समस्या होगी खत्म: अलग पोलिंग बूथ में ड्यूटी लगने से महिलाओं को रात में रुकने में काफी दिक्कतें होती थी. सुरक्षा को लेकर इन्हें हमेशा सचेत रहना पड़ता था. हालांकि पोस्टिंग के जगह पर पोलिंग ड्यूटी लगने से महिलाओं को रात में रुकने की समस्या खत्म हो जाएगी. ड्यूटी के दौरान चुनाव के एक दिन पहले ही शाम तक पोलिंग बूथ में ईवीएम, वीवी पैट और मतदान संबंधी सामान को लेकर इ महिलाओं को पहुंचना पड़ता था. वोटिंग के बाद सुरक्षा के साथ स्ट्रांग रूम लाया जाता है, जहां ईवीएम जमा किया जाता है.
- कांग्रेस ही नहीं भाजपा शासनकाल में भी विवादों से रहा है पीएससी का नाता
- Sukma News : नक्सली हिड़मा और रमन्ना के गढ़ में कवासी लखमा, गोल्लापल्ली में करोड़ों की दी सौगात
- Raipur Viral Video: सिगरेट के लिए बुजुर्ग दुकानदार से मारपीट, आरोपी गिरफ्तार
अलग से बनेगी इनकी लिस्ट: महिला कर्मचारियों के संबंध में आयोग के निर्देशों के अनुसार ही निर्णय लिया जाएगा. महिलाओं को रेंडमाइजेशन से बाहर रखा जाएगा. किसी एक पद पर उनकी ड्यूटी लगाई जा सकती है. इनकी अलग से एक लिस्ट बनेगी, जिन बूथों में महिला कर्मी होंगी उनकी लिस्ट बनाई जाएगी. पिछले बार 50 फीसद महिलाओं की ड्यूटी लगी थी. हालांकि इस बार ऐसा नहीं होगा.
ये होंगे गाइडलाइन: चुनाव आयोग ने महिलाओं के लिए गाइडलाइन जारी की है. महिला कर्मचारियों की ड्यूटी उनके घर से दो घंटे की दूरी पर ही लगाई जाएगी. महिला कर्मचारी को हर तरह की सुविधा मुहैया करायी जाएगी. इनके रुकने, परिवहन के लिए बेहतर व्यवस्था का खास ध्यान रखा जाएगा.