बिलासपुर: पचपेड़ी में 9 वर्षीय प्रियांशु के अपहरण के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस को कन्या छात्रावास में प्रियांशु की लाश मिली है. पुलिस के मुताबिक, अपहरण की झूठी जानकारी परिजन को खुद आरोपी ने ही दी थी. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मासूम के होने वाले जीजा ओम नायक ने ही प्रियांशु की हत्या की है. अपहरण और हत्या के बाद आरोपी लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा. ओम नायक ने ही पुलिस को बच्चे के अपहरण की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस को उसके बयान पर भरोसा नहीं था. क्योंकि बच्चा आरोपी के साथ ही आखिरी बार देखा गया था. अपहरण होते किसी भी ग्रामीण ने नहीं देखा था. अपहरण की बात केवल आरोपी कहता रहा. इससे पुलिस को उस पर शक हो गया.
आरोपी बच्चे की बहन से शादी नहीं करना चाहता था
देर रात बच्चे की हत्या की पुष्टि एसपी प्रशांत अग्रवाल ने की. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी युवक मृत बच्चे की बहन से शादी नहीं करना चाहता था, जबकि लड़की के घर वाले आरोपी पर शादी करने का दबाव बना रहे थे. वहीं सगाई की तैयारी भी घर में चल रही थी. रिश्ता तोड़ने के लिए आरोपी ओम नायक ने बच्चे की निर्मम हत्या की. पुलिस को आरोपी ने बताया कि भौंरा खेलते वक्त बच्चे से उसका विवाद हुआ. विवाद इतना बढ़ गया कि उसने गला दबाकर बच्चे की हत्या कर दी.
बिलासपुर : घर के पास खेल रहे बच्चे का बदमाशों ने किया अपहरण
आरोपी ने अपना गुनाह किया कबूल
आईजी के निर्देश पर जब पुलिस ने आरोपी ओम नायक से कड़ाई से पूछताछ शुरू की. आरोपी लगातार अपने बयानों को बदल रहा था. इसकी वजह से पुलिस का शक बढ़ता गया. इसके बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने तालाब के पास स्थित कन्या छात्रावास से मासूम का शव बरामद कर लिया है.