दुर्ग/बिलासपुर: शहरों में लगातार बढ़ते चोरी के मामलों के बीच पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. दुर्ग और बिलासपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने सोना चांदी चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्य को धर दबोचा है. पुलिस ने शातिर चोर लोकेश श्रीवास को भिलाई के कोहका से गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से पुलिस ने 18.5 किलो सोना, नकदी और ब्रांडेड कार बरामद किया है.
क्या है पूरा मामला? : दरअसल, यह पूरा मामला सोने चांदी के चोरी है. अंतर्राज्यीय चोर गिरोह ने दिल्ली, बिलासपुर, भिलाई के साथ ही आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश समेत कई शहरों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. इस गिरोह का सरगना लोकेश श्रीवास है. लोकेश और उसके साथियों ने बिलासपुर में 9 अगस्त को पांच दुकानों में चोरी की थी. इसके साथ ही 25 अगस्त को सत्यम चौक के घड़ी शोरूम समेत पांच दुकानों में भी चोरी की. मामले में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला था, जिससे कवर्धा के रहने वाले शातिर चोर लोकेश की पहचान हुई थी. लोकेश की बिलासपुर एवं राजनांदगांव पुलिस कई दिनों से तलाश रही थी. इसके पहले भी लोकेश श्रीवास को दुर्ग पुलिस ने आकाशगंगा में पारख ज्वेलर्स में हुई चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था. फिलहाल दुर्ग पुलिस लोकेश श्रीवास से पूछताछ कर रही है.
करीब 10 करोड़ का सोना बरामद: अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का मुख्य सरगना शातिर चोर लोकेश श्रीवास है, जो कवर्धा का निवासी है. जिसे पुलिस ने भिलाई के कोहका से गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से पुलिस ने 18.5 किलो सोना, नगदी और एक कार जब्त किया है. जिसकी कीमत करीब 12 करोड़ बताई जा रही है. आरोपी के अन्य साथी अभी भी फरार हैं, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. इससे पहले भी पुलिस की टीम उसे पकड़ने कवर्धा गई हुई थी, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं लगा था.
मुखबिर की सूचना पर आरोपी पकड़ाया: सिविल लाइन थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर आरोपी के ठिकानों पर दबिश दी. पुलिस ने कवर्धा के रहने वाले लोकेश श्रीवास के साथी शिवा चंद्रावंशी को गिरफ्तार किया है. कड़ाई से पूछने पर उसने लोकेश के साथ दुकानों में चोरी करने के बात स्वीकार किया है.
गहने और कार पुलिस ने किया जब्त: आरोपी के पास से सोने के कड़े, चैन, अंगूठी, 100 ग्राम चांदी की बिस्किट और चोरी की रकम से खरीदा गया कार बरामद किया है. बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपी के साथ मुख्य सरगना लोकेश आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश सहित अलग-अलग राज्यों में बड़ी चोरी को अंजाम दे चुका है.