ETV Bharat / state

SPECIAL: सूनी न रह जाएं भाइयों की कलाइयां, छुट्टी के दिन भी राखियां पहुंचा रहे हैं डाकिया

author img

By

Published : Jul 29, 2020, 2:46 PM IST

Updated : Jul 29, 2020, 2:57 PM IST

छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस का संक्रमण हर रोज बढ़ रहा है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर लॉकडाउन 6 अगस्त तक कई जिलों में बढ़ाया गया है और इसी बीच पड़ रहा है राखी का त्योहार. रक्षाबंधन का ये त्योहार फीका न हो जाए इसके लिए डाक विभाग ने जिम्मा उठाया है. छुट्टियों के दिन भी डाक विभाग के कर्मचारी राखियां घर-घर पहुंचा रहे हैं. रक्षाबंधन के दिन भी बहनों की राखी भाइयों तक पहुंचेगी. भाई भी राखियां पाकर कहेंगे डाकिया राखी लाया...डाकिया राखी लाया...।

bilaspur rakhi news
रक्षाबंधन के दिन भी खुले रहेंगे पोस्ट ऑफिस

बिलासपुर: भाई-बहन का रिश्ता अनमोल रिश्तों में से एक है. भाइयों की कलाई पर जब बहनें राखी बांधती हैं, तो उनसे बदले में रक्षा का वचन मांगती हैं. कहते हैं राखी भाइयों की कलाई पर जब सजती है, तो उनकी उम्र भी बढ़ती है. रक्षासूत्र प्यार, जिम्मेदारी और ख्याल की निशानी भी है. इस साल कोरोना संक्रमण की वजह से सब त्योहार फीके पड़ गए हैं और इसका असर रक्षाबंधन पर भी पड़ा है. छत्तीसगढ़ में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई जिलों में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. बहनें भाई के घर नहीं जा सकती और न ही भाई बहनों के घर आ सकते हैं. ऐसे में ये बंधन जुड़ा रहे, राखी भाइयों के पास पहुंच जाए इसका जिम्मा उठाया है डाकियों ने.

रक्षाबंधन के दिन भी खुले रहेंगे पोस्ट ऑफिस

घर से दूर रहने वाले भाइयों को रक्षासूत्र भेजने के लिए बहनें पोस्ट ऑफिस में घंटों लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं. तो वहीं बहनों की राखियों को लेने भाई भी डाक घर पहुंच रहे हैं. कोरोना ने भले ही भाई-बहनों को दूर कर दिया हो, लेकिन डाक विभाग ने बहनों की प्यार वाली राखी भाइयों तक पहुंचाने की पूरी तैयारी कर ली है. डाक विभाग ती तैयारियों को देखकर लग रहा है कि इस बार भले शारीरिक दूरी की मजबूरी हो लेकिन बहनों की भेजी डोर भाइयों तक पहुंचेगी जरूर.

bilaspur rakhi news
राखी के विशेष लिफाफे

पोस्टमेन बने कोरोना वॉरियर्स

डॉक्टर, पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों की तरह पोस्टमेन भी इन दिनों कोरोना वॉरियर बने हुए हैं. बहनों की खत और राखियां घर-घर तक पहुंचाने का काम करने वाले डाकिए बताते हैं कि वे सभी सावधानी के साथ अपनी जिम्मदारी निभा रहे हैं. शासन-प्रशासन के निर्देश के मुताबिक ही सभी अपना दायित्व पूरा कर रहे हैं.

लिफाफों को किया जा रहा है सैनिटाइज

डाक विभाग ने इस बार समय से राखियों को पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है. इस बार विभाग ने कोरोना काल को देखते हुए विशेष पहल की है. राखियों और खतों के लिए स्पेशल वाटरप्रूफ लिफाफे तैयार किए गए है. जिससे बारिश में भी ये नहीं भीगेंगे. राखी भेजने के लिए अलग से काउंटर भी बनाया गया है. इस बार सबसे खास बात ये भी है कि रक्षाबंधन को देखते हुए रविवार को भी दफ्तर को खुला रखा जाएगा और राखियां इस दिन भी भाइयों तक पहुंचाई जाएगी. सुरक्षा के लिहाज से लिफाफों के बंडल को सैनिटाइज भी किया जा रहा है.

bilaspur rakhi news
पोस्ट ऑफिस में पहुंच रही राखियां

रक्षाबंधन के दिन भी जारी रहेगी पोस्ट ऑफिस की सेवा

इस बार डाक विभाग की जिम्मेदारी कोरोना ने बढ़ा दी है. बिलासपुर डिवीजन की बात करें तो यहां 4 थानों में राखी संग्रहण के लिए दर्जनों पीली पेटियां भी लगाई गई हैं. बिलासपुर डिवीजन में मुख्य डाकघर से स्पेशल गाड़ियां भी चलाई जा रहीं हैं, जो विशेषकर राखियों को उनकी मंजिल तक पहुंचा रही हैं.

मुख्य डाक अधीक्षक केपी वर्मा ने बताया कि इस बार भी सेलेक्टेड पोस्ट लेटर बॉक्स लगाए हैं, जो खास राखी के लिए ही हैं. ये लेटर बॉक्स पीले रंग के हैं, जिसमें बहनें अपनी राखियां डाल सकती हैं. पूरे जिले में रोजाना करीब 700 से 800 रजिस्ट्री, 1300 से 1400 स्पीड पोस्ट और सामान्य पोस्ट डिलीवर किए जा रहे हैं. मुख्य डाक अधिक्षक ने बताया कि कोरोना की वजह से बस और ट्रेन सर्विस बंद है, फिर भी डाक के लिए बिलासपुर से रायपुर के लिए एक गाड़ी चलाई जा रही है, जो रोज रात को निकलती है और सुबह वापस आ जाती है. इसके साथ ही एक-एक गाड़ी चांपा, सक्ती, कोरबा जा रही है.

पढ़ें- SPECIAL: बहनों के लिए मददगार बना डाक विभाग, रक्षा बंधन पर सूनी नहीं रहेगी भाइयों की कलाइयां

पोस्ट ऑफिस पहुंची बहनें कहती हैं कि हर बार या तो वे अपने भाई के पास चली जाती थीं या भाई उनके पास आ जाया करते थे, लेकिन इस बार राखी डाक से भिजवानी पड़ रही है. कोरोना महामारी ने सबको डरा दिया है. बहने कहती हैं कि ये जरूरी नहीं कि पास रहकर ही प्यार बांटा जाए, दूर रहकर भी बहनें अपने भाइयों की सलामती की दुआ करती हैं और यह प्रेम सदैव बना रहता है.

पढ़ें- SPECIAL: रक्षाबंधन पर बहनों के लिए खास उपहार, राखी के बदले देंगे 'रक्षा कवच'

जाहिर सी बात है कि कोरोना काल में जहां पूरी दुनिया की गाड़ी थम सी गई है, ऐसे में भाई-बहनों के प्रेम के त्योहार पर भी इसका प्रभाव पड़ा है. लेकिन भारतीय डाक व्यवस्था ने संकट की इस घड़ी में जिस तरह से अपना मोर्चा संभाल रखा है, ये तारीफ के काबिल है. उम्मीद है कि इस बार भी समय से भाइयों की कलाइयों पर बहनों के प्यार के धागे सज जाएंगे.

बिलासपुर: भाई-बहन का रिश्ता अनमोल रिश्तों में से एक है. भाइयों की कलाई पर जब बहनें राखी बांधती हैं, तो उनसे बदले में रक्षा का वचन मांगती हैं. कहते हैं राखी भाइयों की कलाई पर जब सजती है, तो उनकी उम्र भी बढ़ती है. रक्षासूत्र प्यार, जिम्मेदारी और ख्याल की निशानी भी है. इस साल कोरोना संक्रमण की वजह से सब त्योहार फीके पड़ गए हैं और इसका असर रक्षाबंधन पर भी पड़ा है. छत्तीसगढ़ में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई जिलों में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. बहनें भाई के घर नहीं जा सकती और न ही भाई बहनों के घर आ सकते हैं. ऐसे में ये बंधन जुड़ा रहे, राखी भाइयों के पास पहुंच जाए इसका जिम्मा उठाया है डाकियों ने.

रक्षाबंधन के दिन भी खुले रहेंगे पोस्ट ऑफिस

घर से दूर रहने वाले भाइयों को रक्षासूत्र भेजने के लिए बहनें पोस्ट ऑफिस में घंटों लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं. तो वहीं बहनों की राखियों को लेने भाई भी डाक घर पहुंच रहे हैं. कोरोना ने भले ही भाई-बहनों को दूर कर दिया हो, लेकिन डाक विभाग ने बहनों की प्यार वाली राखी भाइयों तक पहुंचाने की पूरी तैयारी कर ली है. डाक विभाग ती तैयारियों को देखकर लग रहा है कि इस बार भले शारीरिक दूरी की मजबूरी हो लेकिन बहनों की भेजी डोर भाइयों तक पहुंचेगी जरूर.

bilaspur rakhi news
राखी के विशेष लिफाफे

पोस्टमेन बने कोरोना वॉरियर्स

डॉक्टर, पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों की तरह पोस्टमेन भी इन दिनों कोरोना वॉरियर बने हुए हैं. बहनों की खत और राखियां घर-घर तक पहुंचाने का काम करने वाले डाकिए बताते हैं कि वे सभी सावधानी के साथ अपनी जिम्मदारी निभा रहे हैं. शासन-प्रशासन के निर्देश के मुताबिक ही सभी अपना दायित्व पूरा कर रहे हैं.

लिफाफों को किया जा रहा है सैनिटाइज

डाक विभाग ने इस बार समय से राखियों को पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है. इस बार विभाग ने कोरोना काल को देखते हुए विशेष पहल की है. राखियों और खतों के लिए स्पेशल वाटरप्रूफ लिफाफे तैयार किए गए है. जिससे बारिश में भी ये नहीं भीगेंगे. राखी भेजने के लिए अलग से काउंटर भी बनाया गया है. इस बार सबसे खास बात ये भी है कि रक्षाबंधन को देखते हुए रविवार को भी दफ्तर को खुला रखा जाएगा और राखियां इस दिन भी भाइयों तक पहुंचाई जाएगी. सुरक्षा के लिहाज से लिफाफों के बंडल को सैनिटाइज भी किया जा रहा है.

bilaspur rakhi news
पोस्ट ऑफिस में पहुंच रही राखियां

रक्षाबंधन के दिन भी जारी रहेगी पोस्ट ऑफिस की सेवा

इस बार डाक विभाग की जिम्मेदारी कोरोना ने बढ़ा दी है. बिलासपुर डिवीजन की बात करें तो यहां 4 थानों में राखी संग्रहण के लिए दर्जनों पीली पेटियां भी लगाई गई हैं. बिलासपुर डिवीजन में मुख्य डाकघर से स्पेशल गाड़ियां भी चलाई जा रहीं हैं, जो विशेषकर राखियों को उनकी मंजिल तक पहुंचा रही हैं.

मुख्य डाक अधीक्षक केपी वर्मा ने बताया कि इस बार भी सेलेक्टेड पोस्ट लेटर बॉक्स लगाए हैं, जो खास राखी के लिए ही हैं. ये लेटर बॉक्स पीले रंग के हैं, जिसमें बहनें अपनी राखियां डाल सकती हैं. पूरे जिले में रोजाना करीब 700 से 800 रजिस्ट्री, 1300 से 1400 स्पीड पोस्ट और सामान्य पोस्ट डिलीवर किए जा रहे हैं. मुख्य डाक अधिक्षक ने बताया कि कोरोना की वजह से बस और ट्रेन सर्विस बंद है, फिर भी डाक के लिए बिलासपुर से रायपुर के लिए एक गाड़ी चलाई जा रही है, जो रोज रात को निकलती है और सुबह वापस आ जाती है. इसके साथ ही एक-एक गाड़ी चांपा, सक्ती, कोरबा जा रही है.

पढ़ें- SPECIAL: बहनों के लिए मददगार बना डाक विभाग, रक्षा बंधन पर सूनी नहीं रहेगी भाइयों की कलाइयां

पोस्ट ऑफिस पहुंची बहनें कहती हैं कि हर बार या तो वे अपने भाई के पास चली जाती थीं या भाई उनके पास आ जाया करते थे, लेकिन इस बार राखी डाक से भिजवानी पड़ रही है. कोरोना महामारी ने सबको डरा दिया है. बहने कहती हैं कि ये जरूरी नहीं कि पास रहकर ही प्यार बांटा जाए, दूर रहकर भी बहनें अपने भाइयों की सलामती की दुआ करती हैं और यह प्रेम सदैव बना रहता है.

पढ़ें- SPECIAL: रक्षाबंधन पर बहनों के लिए खास उपहार, राखी के बदले देंगे 'रक्षा कवच'

जाहिर सी बात है कि कोरोना काल में जहां पूरी दुनिया की गाड़ी थम सी गई है, ऐसे में भाई-बहनों के प्रेम के त्योहार पर भी इसका प्रभाव पड़ा है. लेकिन भारतीय डाक व्यवस्था ने संकट की इस घड़ी में जिस तरह से अपना मोर्चा संभाल रखा है, ये तारीफ के काबिल है. उम्मीद है कि इस बार भी समय से भाइयों की कलाइयों पर बहनों के प्यार के धागे सज जाएंगे.

Last Updated : Jul 29, 2020, 2:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.