बिलासपुर: मरवाही में पुलिस कस्टडी में हुई चंद्रिका तिवारी की मौत मामले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ सुप्रीमो और मरवाही विधायक अजीत जोगी प्रेस कांफ्रेंस कर में न्यायिक जांच और पीड़ित परिवार को 15 लाख की सहायता राशि के साथ ही, थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की है.
'पुलिस कर रही लीपापोती'
जोगी का आरोप है कि 'चंद्रिका तिवारी की मौत पुलिस कस्टडी में हुई है, जबकि प्रशासन फर्जी दस्तावेजों के सहारे पूरे मामले में लीपापोती कर रहा है'. जोगी ने कहा कि, 'चंद्रिका तिवारी की जमानत प्रशासन ने दोपहर दो बजे बताया है जबकि इस दौरान न्यायालय में तहसीलदार मौजूद नहीं थे'.
जमानतदार ने नहीं दी जमानत
जनता कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि 'जमानतदार ने भी जमानत नहीं ली है, तब भी प्रशासन फर्जी दस्तावेज के आधार पर पुलिस अभिरक्षा में मौत होना नहीं बता रहा है.
कोर्ट में याचिका दाखिल करने की कही बात
अजित जोगी ने मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल करने की भी बात कही. बता दें कि, जोगी ने गुरुवार को चंद्रिका राय के परिवारवालों से भी मुलाकात की थी.