बिलासपुर: शहर में धोखाधड़ी करने वाले आरोपी राजेश सेठ को भारी खोजबीन के बाद आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पर जमीन कब्जा करने से लेकर मकान बेचने तक में फर्जीवाड़ा के कई रिकॉर्ड है. आरोपी सेठ को उत्तर प्रदेश के नोएडा से पकड़ा गया है. दरअसल उत्तर प्रदेश से आकर कुछ साल पहले सेठ ने शहर में जमीन के फर्जीवाड़ा किया था. बिलासपुर पुलिस ने पकड़ने में सफलता हासिल की है.
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अवैध निर्माण कर बेचा था फ्लैट
शहर के तारबहार अंडर ब्रिज के पास गोचर भूमि में अवैध निर्माण कर लोगों को फ्लैट देने के नाम पर राजेश सेठ ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. उसके खिलाफ कई मामले थाने में लंबित है. ऐसे ही एक मामले में संतोष राय, शीतला प्रसाद त्रिपाठी, विधनेश्वर नायक और ऐसे कई लोगों ने अलग-अलग थाने में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी. सभी ने बताया था कि राजेश सेठ और उसके साथियों ने विनायक हाइट्स में फ्लैट दिलाने के नाम पर बैंक के अधिकारियों से मिलकर अलग-अलग मौकों पर करीब 54 लाख 50 हजार का लोन पास कराकर धोखाधड़ी के घटना को अंजाम दिया है.
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लंबे समय से खोजबीन
पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर राजेश सेठ के खिलाफ मामला दर्ज कर अपराध कायम किया था. लंबे समय से उसकी खोजबीन की जा रही थी. धोखाधड़ी में महारत हासिल करने वाले राजेश सेठ कई बार पुलिस को चकमा देने में सफल रहा. छत्तीसगढ़ से भागकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश के आसपास के इलाकों पर जगह बदल-बदल कर छुपता रहा.
नोयडा में छुपा था राजेश सेठ
पुलिस को सूचना मिली कि राजेश सेठ गाजियाबाद में छुपा हुआ है. वहां पहले से ही मौजूद बिलासपुर साइबर टीम को अधिकारियों ने निर्देश दिए. जिसके बाद टीम लगातार उसकी तलाश कर रही थी. आरोपी को गौर सिटी नोएडा उत्तर प्रदेश से घेराबंदी कर पकड़ा गया. आरोपी को पकड़कर जब बिलासपुर लाया गया तो पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ की है. आरोपी ने गुनाह कबूल कर लिए हैं.