बिलासपुर: दुर्गा विसर्जन के दौरान उत्पात मचाने वाले फरार तीन आरोपियों को सिटी कोतवाली पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया. इससे पहले 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. सदर बाजार में मामूली बात को लेकर विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले थे. झांकी रैली में लगे डीजे साउंड पर भारी तोड़फोड़ कर दिया था. कुछ युवकों को चोट भी लगी थी.Arrests for dispute in Durga immersion
बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान विवाद: बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के लिए शहर भर के दुर्गाउत्सव समिति झांकी निकाली थी. तभी सुबह के समय तकरीबन 4.30 बजे रिवर व्यू से सिम्स के रास्ते होते हुए चिंगराजपारा सरकण्डा के दुर्गा समिति "माँ आदर्श दुर्गोत्सव समिति रपटा चौक और देवकीनंदन चौक से "कुदुदण्ड शिव दुर्गोत्सव समिति नवीन तिवारी के नेतृत्व में सिम्स चौक पहुंची. सिम्स चौक में आगे बढ़ने की बात को लेकर चिंगराजपारा दुर्गाउत्सव समिति के सदस्यों ने विवाद शुरू कर दिया. नवीन तिवारी और उनके साथियों ने सरकण्डा दुर्गोत्सव समिति के लोगों व उनकी गाड़ियों पर पथराव कर दिया. जिससे उनकी गाड़ी क्षतिगस्त हो गई. दुर्गा समिति के सदस्यों को भी चोट आई. ruckus during Durga immersion in bilaspur
kidnapping case in raipur : व्यापारी का अपहरण करने वाले आरोपी अरेस्ट
मामला शांत होने के बाद दोनों समिति के सदस्य अपनी अपी प्रतिमाओं को लेकर विसर्जन के लिए गोल बाजार की तरफ आगे बढ़ गए. सुबह करीबन 6.00 बजे करोना चौक के पास कुदुदण्ड समिति के सदस्यों व उनकी गाड़ियों पर सरकण्डा क्षेत्र के लोगों ने गाड़ियों पर लाठी डंडों व पत्थर से तोड़फोड़ कर दिया गया. जिससे समिति के लोगों को भी चोट लगी थी.
दुर्गा विसर्जन में विवाद के आरोपी गिरफ्तार: घटना के बाद दोनों दुर्गोत्सव समिति के सदस्यों ने सिटी कोतवाली थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया. सिटी कोतवाली थाने में विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज होने के बाद प्रकरण में दोनों पक्षों के कुल 19 आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा था. अन्य तीन आरोपी नवीन तिवारी, मनीष वर्मा व पंकज कुमार फरार थे. जिन्हे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया.