ETV Bharat / state

Negligence of Bijapur Education Department: बीजापुर के सरकारी स्कूलों आश्रमों में पानी की किल्लत,छात्र नदी में नहाने को मजबूर

author img

By

Published : Apr 14, 2022, 3:51 PM IST

बीजापुर के सरकारी स्कूलों और आश्रम में बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां के बासागुड़ा इलाके के स्कूलों में पानी की की सुविधा नहीं है. स्कूलों में लगे बोर पंप सूख चुके हैं. जिसकी वजह से यहां पढ़ने वाले छात्र नहाने और नित्यकर्म के लिए नदियों का रुख कर रहे हैं. ऐसे में यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

Negligence of Bijapur Education Department
बीजापुर शिक्षा विभाग की लापरवाही

बीजापुर: बीजापुर के सरकारी स्कूलों और आश्रमों में स्कूल प्रबंधन और बीजापुर शिक्षा विभाग की लापरवाही छात्रों की जान पर भारी पड़ सकती है. यहां के उसूर ब्लॉक के बासागुड़ा गांव में स्थित आश्रम के बच्चे नदी में नहाने और नित्य कर्म करने को मजबूर है. क्योंकि यहां के स्कूलों में पानी की व्यवस्था नहीं है. इसलिए छात्र तालपेरू नदी में नहाने के लिए पहुंच रहे हैं. लोगों द्धारा बताया जा रहा है कि यहां संचालित बालक आश्रम बासागुड़ा और माध्यमिक शाला बासागुड़ा के अलावा तर्रेम, पुसबाका, सारकेगुड़ा आश्रम से छात्र इस नदी में आते हैं. फिर नदी में नहाते हैं. इस दौरान कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

बीजापुर के स्कूलों और आश्रमों में बोर बंद: बासागुड़ा और बीजापुर के कई आश्रम और स्कूलों में बीते एक हफ्ते से बोर बंद है. जिसकी वजह से स्कूल और आश्रमों में पानी की कमी हो गई है. नदी में बच्चे लगातार स्नान करने आ रहे हैं. इस दौरान कभी बच्चे नदी की गहराई में उतर सकते हैं. जिससे उनके डूबने का खतरा बढ़ सकता है. अगर ऐसे में कोई हादसा होता है तो कौन जिम्मेदार होगा. कई बार क्रेडा की टीम को शिकायत की गई है. लेकिन वह सिर्फ खानापूर्ति कर जा चुकी है. अब तक आश्रमों के बोर में आई तकनीकी खामी को दूर नहीं किया जा चुका है.

बीजापुर का कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल अब नहीं होगा बंद, विधायक ने दिया आश्वासन

बीजापुर शिक्षा विभाग पर लगे गंभीर आरोप: जिले में एक साथ पांच पांच इलाकों के स्कूलों और आश्रमों का बुरा हाल देखने को मिल रहा है. कुप्रबंधन की वजह से यहां लगातार पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है. मीडिया ने जब शिक्षा विभाग के अधिकारी से सवाल पूछा तो वह कुछ भी कहने से बच रहे हैं. ऐसे में अगर कोई हादसा होता है तो कौन जिम्मेदार होगा. क्या शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा है. इस मामले में न जाने कब जिम्मेदारों की नींद खुलेगी

बीजापुर: बीजापुर के सरकारी स्कूलों और आश्रमों में स्कूल प्रबंधन और बीजापुर शिक्षा विभाग की लापरवाही छात्रों की जान पर भारी पड़ सकती है. यहां के उसूर ब्लॉक के बासागुड़ा गांव में स्थित आश्रम के बच्चे नदी में नहाने और नित्य कर्म करने को मजबूर है. क्योंकि यहां के स्कूलों में पानी की व्यवस्था नहीं है. इसलिए छात्र तालपेरू नदी में नहाने के लिए पहुंच रहे हैं. लोगों द्धारा बताया जा रहा है कि यहां संचालित बालक आश्रम बासागुड़ा और माध्यमिक शाला बासागुड़ा के अलावा तर्रेम, पुसबाका, सारकेगुड़ा आश्रम से छात्र इस नदी में आते हैं. फिर नदी में नहाते हैं. इस दौरान कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

बीजापुर के स्कूलों और आश्रमों में बोर बंद: बासागुड़ा और बीजापुर के कई आश्रम और स्कूलों में बीते एक हफ्ते से बोर बंद है. जिसकी वजह से स्कूल और आश्रमों में पानी की कमी हो गई है. नदी में बच्चे लगातार स्नान करने आ रहे हैं. इस दौरान कभी बच्चे नदी की गहराई में उतर सकते हैं. जिससे उनके डूबने का खतरा बढ़ सकता है. अगर ऐसे में कोई हादसा होता है तो कौन जिम्मेदार होगा. कई बार क्रेडा की टीम को शिकायत की गई है. लेकिन वह सिर्फ खानापूर्ति कर जा चुकी है. अब तक आश्रमों के बोर में आई तकनीकी खामी को दूर नहीं किया जा चुका है.

बीजापुर का कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल अब नहीं होगा बंद, विधायक ने दिया आश्वासन

बीजापुर शिक्षा विभाग पर लगे गंभीर आरोप: जिले में एक साथ पांच पांच इलाकों के स्कूलों और आश्रमों का बुरा हाल देखने को मिल रहा है. कुप्रबंधन की वजह से यहां लगातार पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है. मीडिया ने जब शिक्षा विभाग के अधिकारी से सवाल पूछा तो वह कुछ भी कहने से बच रहे हैं. ऐसे में अगर कोई हादसा होता है तो कौन जिम्मेदार होगा. क्या शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा है. इस मामले में न जाने कब जिम्मेदारों की नींद खुलेगी

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.