बीजापुर: सुरक्षा बल जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान चला रहे हैं. पुलिस को इस अभियान में सफलता भी मिल रही है. आसपास के इलाकों में पुलिस के बढ़ते दबाव और नक्सलियों के पुनर्वास के लिए सरकार की नीतियों का प्रभाव देखने को मिल रहा है. बस्तर में आए दिन नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. समर्पण नीति के व्यापक प्रचार-प्रसार से गंगालूर एरिया कमेटी के नक्सल दंपति कोरसा अनीता और पति कोरसा लच्छु ने आत्मसमर्पण कर दिया है.
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दोनों गांव जप्पेल्ली कांड़कापारा के निवासी हैं. एएमएस जप्पेली कांडकापारा मिलिशिया प्लाटून सेक्शन कमांडर के तौर पर काम कर रहे थे. पुलिस अधीक्षक बीजापुर कमलोचन कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज शुक्ला, उप पुलिस अधीक्षक आशीष कुंजाम के समक्ष नक्सलियों की खोखली विचारधारा से परेशान होकर आत्मसमर्पण किया है.
कई घटनाओं में शामिल थे नक्सली
- लच्छु को साल 2002 में गंगालूर सीएनएस अध्यक्ष दिनेश मोडियाम के द्वारा सीएनएम सदस्य के रूप में नक्सल संगठन में भर्ती किया.
- साल 2008 में संगठन के अनिता हपका के साथ उसका विवाह हुआ.
- साल 2010 में जनताना सरकार अध्यक्ष सुक्की पूनेम के द्वारा जप्पेली कांडकापारा का जीआरडी सदस्य के रूप में उसे कार्य सौंपा गया.
- साल 2016 में मिलिशिया सदस्य का कार्य दिया गया.
- साल 2019 में मिलिशिया प्लाटून सेक्शन कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया.
- लच्छु ने 2005 में कैका-कडेर मार्ग पर रोड निर्माण कार्य में लगे 2 ट्रेक्टर में आगजनी की घटना को अंजाम दिया.
- साल 2017-18 में नैमेंड बाजार में सहायक आरक्षक तेलम मरूम की हत्या में शामिल था.
- साल 2020 में गदामली पुलिया के पास रोड को क्षति पहुंचाया.
- अप्रैल 2021 में मिनगाचल वाटर प्लांट में लगे वाहनों की आगजनी की.
- साल 2021 में नैमेड़ गागरूपारा में 1 पुलिस जवान की हत्या में शामिल था.
कोरसा अनिता साल 2010 में जप्पेली कांडकापारा के एएमएस सदस्य के रूप में कार्य किया. गांव-गांव में महिला संगठन के साथ मिलकर मिटिंग लेकर महिलाओं को संगठन में जोड़ने का कार्य करती थी. समर्पण करने पर इन्हें आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के दस हजार रूपये नगद प्रोत्साहन राशि दिया गया है.