बीजापुर: तेलंगाना से मजदूरों का प्रदेश वापस आने का सिलसिला नहीं रुक रहा है. मिर्च तोड़ने गए 15 मजदूर जंगल के रास्ते चलकर भैरमगढ़ ब्लॉक में कोटमेटा गांव पहुंचे. लॉकडाउन के दौरान लगातार तेलंगाना से मजदूर घर वापसी कर रहे हैं. लॉकडाउन होने कारण मजदूर सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर गांव पहुंच रहे हैं. बता दें कि जिले से तेलंगाना का बार्डर करीब है. ऐसे में यहां से मिर्ची तोड़ने के काम के लिए मजदूर तेलंगाना जाते हैं. लॉकडाउन में काम बंद है, लिहाजा वे लोग घर वापसी कर रहे हैं.
6 दिन जंगल का सफर
मजदूरों को लॉकडाउन के कारण साधन नहीं मिल रहा. इसके साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए एहतियात के तौर पर प्रदेश में लोगों के आने पर भी पाबंदियां हैं. ऐसे में मजदूर जंगल के रास्ते गांव के लिए निकल पड़े. घने जंगलों में पहाड़ियों के रास्ते 6 दिन के लंबे सफर के बाद मजदूर गांव पहुंच सके हैं.
अब होम आइसोलेशन
15 मजदूरों के तेलंगाना के पेरुर से छतीसगढ़ में आने की सूचना के बाद पंचायतों का अमला उनके घर पहुंचा और सभी 15 मजदूरों का नाम लिखकर उन्हें होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गए.
हो चुकी है एक नाबालिग की मौत
बीजापुर के आदेड गांव के कुछ लोगों के साथ 2 महीने पहले मिर्ची तोड़ने तेलंगाना के पेरूर गांव गई 12 साल की बच्ची जमलो ने घर वापसी के दौरान दम तोड़ दिया था. इसके बाद सरकार का ध्यान इस ओर पड़ा, लेकिन ये सिलसिला अब भी जारी है.