बीजापुर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण इस साल 21 जून को छठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस डिजिटल प्लेटफार्म पर मनाया जाएगा. वहीं बीजापुर कलेक्टर ने लोगों से 21 जून को सुबह 7 बजे अपने घरों से डिजिटल प्लेटफार्म पर योग समारोह में शामिल होने की अपील की है.
इस साल योग दिवस की थीम 'योग एट होम एंड योग विद फैमिली' रखा गया है. वहीं छठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर होने वाले डिजिटल कार्यक्रम में सम्मिलित होने और सामान्य योग प्रोटोकॉल की जानकारी लोग आयुष मंत्रालय की ओर से जारी विवरण सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर देख सकते हैं.
'माई लाइफ माई योगा' प्रतियोगिता का आयोजन
बता दें कि छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सिलसिले में गुरुवार को एक इवेंट लॉन्च किया. इसका नाम 'माई लाइफ माई योगा' रखा गया है. कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस साल योग दिवस का फोकस घर पर रहकर परिवार के साथ योग करने पर दिया गया है.
दो चरणों में होगा 'माई लाइफ माई योगा' प्रतियोगिता का आयोजन
आयुष मंत्रालय और भारत सरकार की ओर से 'माई लाइफ माई योगा' प्रतियोगिता का आयोजन दो चरणों में किया जा रहा है, जिसमें प्रतिभागी तीन यौगिक अभ्यासों, आसन, प्राणायाम का तीन मिनट का वीडियो फेसबुक, ट्वीटर या इंस्टाग्राम पर अपलोड कर सकते है. इसके साथ ही योग क्रियाओं से जीवन में बदलाव संबंधी वीडियो बनकर भी सोशल मीडिया पर डाल सकते है.
कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश
कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने जिले के सभी विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया है कि वे अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को योग एट होम एंड योग विद फैमिली थीम के अंतर्गत इस योग समारोह में शामिल होने को कहे. कलेक्टर का निर्देश है कि सभी अधिकारी-कर्मचारी छठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को सुबह 7 बजे अपने घरों में डिजिटल प्लेटफार्म पर योग दिवस समारोह में शामिल हो. इसके साथ ही तीन मिनट का वीडियो फेसबुक, ट्वीटर या इंस्टाग्राम पर अपलोड करके दूसरों को भी योग के प्रति प्रेरित करें. कलेक्टर का निर्देश है कि सभी अधिकारी-कर्मचारियों योग के फोटोग्राफ्स और वीडियो बनकर उनके सामने प्रस्तुत करें.
योग दिवस की शुरुआत कैसे हुई?
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर हुई है. 27 सितंबर 2014 को पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में एकसाथ योग करने की बात कही थी. इसके बाद महासभा ने 11 दिसंबर 2014 को इस प्रस्ताव को स्वीकार किया और तभी से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है.
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21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस ?
क्या आप जानते है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है. इसके पीछे भी एक बहुत खास वजह छिपी हुई है. जानकारी के मुताबिक 21 जून उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहा जाता है. भारतीय परंपरा के मुताबिक ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है. मान्यता है कि सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी होता है. इसी वजह से 21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' के रूप में मनाते हैं.