बीजापुर: भोपालपटनम ब्लॉक का तिमेड़ और तरलागुड़ा छत्तीसगढ़ का अंतिम छोर है. इस बॉर्डर से महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लोगों का आना-जाना लगा रहता है. इसी तरह उसूल ब्लॉक के पामेड़ और पुजारी कांकेर छत्तीसगढ़ का अंतिम छोर है. जहां से महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लोगों का आवा-गमन होता है. आंध्र प्रदेश में कोरोना के नए स्ट्रेन के बाद बॉर्डर पर पहले ही सतर्कता बरती जा रही है. इस इलाके से प्रवासी मजदूर बॉर्डर पार कर रहे हैं. जिसको लेकर भी शासन प्रशासन काफी मशक्कत कर रहा है.
पामेड़ और पुजारी कांकेर दोनों बॉर्डर में चारपहिया वाहनों का आना-जाना कम है. बीजापुर जिले के तरलागुड़ा और तिमेड़ मार्ग से बॉर्डर होने के की वजह से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र से राज्य में आना जाना लगा रहता है. इस बीच कोरोना के नए स्ट्रेन के की खबर के बाद बॉर्डर पर चाक-चौबंद कर दी गई है. बॉर्डर पर स्वास्थ्य अमला और पुलिसकर्मी 24 घंटे चेक पोस्ट पर तैनात हैं. सोमवार को महाराष्ट्र से एक वाहन सब्जी लेकर बीजापुर जिले के सीआरपीएफ जवानों के लिए जा रही थी. जिसमें इस गाड़ी में मौजूद 4 सदस्य में से एक सदस्य कोरोना पॉजिटिव निकला.
झारखंड और ओडिशा से जशपुर पहुंचने वाले लोगों की हो रही कोरोना जांच
अधिकारियों ने लिया जायजा
बॉर्डर पर बस्तर IG सुंदरराज पी, SP कमलोचन कश्यप, बीजापुर कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने जिले के अंतिम छोर इंद्रावती नाका का जायजा लिया. वहां उपस्थित जवानों समेत स्वास्थ्य अमले को कड़ाई से बॉर्डर से आने वाले को कोरोना टेस्टिंग के बाद निगेटिव होने पर ही आगे भेजने के निर्देश दिए हैं. यहां स्वास्थ्य अमला और पुलिसकर्मी रात दिन ड्यूटी में लगे रहते हैं.