बीजापुर: जिले में लगातार बारिश के चलते कई नदी नाले उफान पर हैं. बीजापुर जिला मुख्यालय से कुछ ही दूर बीजापुर गंगालूर रोड पर पानी भरा हुआ है. लगातार 36 घंटे की मूसलाधार बारिश से चेरपाल नाले के ऊपर से पानी बह रहा है. जिसकी वजह से गंगालूर इलाके का सम्पर्क टूटा हुआ है. लगभग 7 गांव के 5000 से अधिक ग्रामीण इससे प्रभावित हैं. वहीं प्रशासन राहत बचाव कार्य में जुटा हुआ है. राजस्व आला अधिकारी लगातार बाढ़ इलाकों का जायजा ले रहे हैं.
जान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे राहगीर: इस उफनते नालों की वजह से कई गावों का संपर्क कटा हुआ है. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा. कई ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर नदी नालों को पार कर रहे हैं. ऐसे में किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है. स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों से अपील किया है कि बाढ़ की स्थिति होने पर उफनती नदी को पार न करें. अपनी जान जोखिम में डालकर मछली पकड़ने एवं अन्य कारणों से बहते पानी के समीप न जाएं."
बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश: बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने बाढ़ और आपदा की स्थिति के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट कर रखा है. सभी एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, कोटवार सहित सरकारी अमले को लगातार बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए है. बचाव दल एवं राहत कार्य मुस्तैदी के साथ करने को कहा गया है. बाढ़ की स्थिति वाले क्षेत्रों में पटवारी, सचिव, कोटवारों को उपस्थित रहकर लोगो को जागरूक करने कहा है.
कलेक्टर ने पोजेर नाला का किया निरीक्षण: इस दौरान बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने बाढ़ प्रभावित ग्राम पंचायत चेरपाल के पोजेर नाला का निरीक्षण किया. इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों को नदी-नाला पार नहीं करने की समझाइश दी है. बाढ़ की स्थिति सहित अन्य बचाव कार्य या बाढ़ संबधी जानकारी के लिए जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष में फोन कर संपर्क बनाए रखने को कहा है.